Hindi, asked by rohanmule, 9 months ago

रैदास कैसे भक्ति करना चाहते हैं​

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Answered by hs26102005
3

रैदास की भक्ति सेवक और मालिक के समान है। जिस प्रकार सेवक मालिक की सेवा करना अपना धर्म मानता है। वैसे ही रैदास भगवान की सेवा करना अपना धर्म मानते हैं। उनकी भक्ति निश्चल, दृढ़ तथा निस्वार्थ है।

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Answered by diya4610
0

Answer:

रैदास की भक्ति सेवक और मालिक के समान है। जिस प्रकार

सेवक मालिक की सेवा करना अपना धर्म मानता है। वैसे ही

रैदास भगवान की सेवा करना अपना धर्म मानते हैं। उनकी

भक्ति निश्चल, दृढ़ तथा निस्वार्थ है।

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