Hindi, asked by ditiarora94, 4 months ago

रैदास ने प्रभु को चंदन और स्वयं को पानी क्यों कहा है?​

Answers

Answered by Braɪnlyємρєяσя
4

Explanation:

कवि ने स्वयं को पानी मानकर प्रभु को चंदन माना है। रैदास के स्वामी निराकार प्रभु हैं। ... कवि ने ऐसा इसलिए कहा है, क्योंकि जिस प्रकार वन में रहने वाला मोर आसमान में घिरे बादलों को देख प्रसन्न हो जाता है, उसी प्रकार कवि भी अपने आराध्य को देखकर प्रसन्न होता है।

Answered by jyotsnabhardwaj34
3

Explanation:

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