Business Studies, asked by shivapateldarri, 9 months ago

राध
350
4,800
125, आय व्यय खाता तथा प्राप्ति भुगतान खाता में अन्तर
(
DENCE BETWEEN INCOME AND EXPENDITURE ACCOUNT AND
RCMS AND PAYMENTS ACCOUNT)
प्राप्ति भुगताना खाता
यह एक नाममात्र का खाता है।
या खाता रोकड़ बाही के आधार पर मनाया यह खाता प्राप्ति शुगतान खाते की
सहायता से बनाया जाता है।
इस खाते में डाबर पा प्राप्तियाँ तथा इस खाते के डेबिट पक्ष में व्यय तथा
केजित में शुगता। लिखे जाते हैं। कडिट पक्ष में आय को लिखा जाता
इस खाते में प्रारंभिक च अन्तिम दोनों रोकड इस खाते में किसी भी रोकड़ शेष को
शेष लिखे जाते हैं।
नहीं लिखा जाता है।
5. पूंजीगत एवं इस खाते में पूंजीगत न आगमगत दोनों इस खाते में केवल आगमगत मदों को
प्रकार की पदों को लिखा जाता है। ही लिखा जाता है।
6. आय तथा व्यय इस खाते में चालू वर्ष में प्राप्त की गई इस खाते में केवल चालू वर्ष से सम्ब-
एवं भुगतान की गई समस्त राशियाँ स्थित आय-व्यय की राशियाँ लिखी
लिखी जाती है चाहे फिर ये राशियाँ
गत वर्ष या आगामी वर्ष से सम्बन्धित हों।
7. समायोजन इस खाते में अदत्त, पूर्वदत्त, अप्राप्त तथा इस खाते में आय व्यय से सम्बन्धित
हास आदि समायोजन नहीं किये जाते हैं। सभी प्रकार के समायोजन किये जाते
0000
1,200
525
75
50
8. स्थिति विवरण इस खाते के साथ स्थिति विवरण नहीं इस खाते के साथ स्थिति विवरण बनाना
(चिट्ठा) बनाया जाता।
आवश्यक है।
9. अंतिम शेष का इस खाते का अंतिम शेष आगामी वर्ष के इस खाते का अंतिम शेष स्थिति विवरण
अन्तरण लिए प्राप्ति भुगतान खाते में अंतरित कर में पूँजी कोष में अन्तरित कर दिया
दिया जाता है।
जाता है।
1:26. आय-व्यय खाता तथा लाभ-हानि खाता में अन्तर
GOO​

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