RABINDRANATH TAGORE KA MATRIBHUMI PREM.WRITE AN ESSAY IN HINDI ( 100- 150 WORDS)
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Explanation:
रवींद्रनाथ टैगोर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समय के एक महान कवि साहित्यकार तथा एक प्रमुख सेनानी थे।
रविंद्र नाथ टैगोर को नोबेल पुरस्कार 1913 में मिला था। रविंद्र नाथ टैगोर को नोबेल पुरस्कार अपने साहित्य गीतांजलि के लिए दिया गया था।
रविंद्र नाथ टैगोर एशिया के प्रथम नोबल पुरुष्कार विजेता भारतीय है। रवींद्रनाथ टैगोर ही वह व्यक्ति थे, जिनकी दो रचनाएं 2 देशों की राष्ट्रगान बनी है।
इसमें भारत का जन गण मन अधिनायक जय हो और बांग्लादेश का आमार सोनार बांग्ला पूरे विश्व में जाने जाते हैं।
रवींद्रनाथ टैगोर ने अपनी सक्रिय भूमिका के साथ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और अपनी लिखी हुई कविताओं से भारतीय वीरों के हृदय में आग और ज्वाला जलाकर मातृभूमि को स्वतंत्र कराने के लिए प्रेरित किया। रवींद्रनाथ टैगोर में मातृभूमि के प्रति प्रेम कूट- कूट कर भरा था।
रवींद्रनाथ टैगोर ने ब्रिटिश सरकार की नाईटहुड की उपाधि 13 अप्रैल 1919 के जालियाबाला बाग हत्याकांड के विरोध में वापिस कर दी थी।
ऐसे महान कवि, विचारक, साहित्यकार, तथा क्रन्तिकारी की मृत्यु 7 अगस्त, 1941 को कलकत्ता में किडनी इंफेक्शन से हो गयी।