रचना भक्तितन के रचयिता का नाम वह उनकी चार प्रमुख कृतियां लिखिए।
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Answer:
महादेवी वर्मा
Explanation:
महादेवी वर्मा (26 मार्च, 1907-11 सितंबर, 1987) हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिभावान कवयित्रियों में से हैं। ... प्रतिभावान कवयित्री और गद्य लेखिका महादेवी वर्मा साहित्य और संगीत में निपुण होने के साथ साथ कुशल चित्रकार और सृजनात्मक अनुवादक भी थीं। उन्हें हिन्दी साहित्य के सभी महत्त्वपूर्ण पुरस्कार प्राप्त करने का गौरव प्राप्त है।
महादेवी वर्मा के आठ कविता संग्रह हैं- नीहार (1930), रश्मि (1932), नीरजा (1934), सांध्यगीत (1936), दीपशिखा (1942), सप्तपर्णा (अनूदित 1959), प्रथम आयाम (1974), और अग्निरेखा (1990).
Answer:
रचना भक्तितन के रचयिता का नाम महादेवी वर्मा हैं, उनकी चार प्रमुख कृतियां - नीरजा, निहार , दीपशिखा , रश्मि।
Explanation:
भक्तितन महादेवी वर्मा के द्वारा लिखा रेखाचित्र है, जिसमे इन्होंने अपनी वृद्ध सेविका के बारे में लिखा, जो कद में छोटी और दुबले शरीर की थी। महादेवी ने उसकी तुलना हनुमाजी से की है जो बिना थके काम करती हैं। जब वह महादेवी के यहां पहली बार काम करने आई तब उसने अपना नाम लक्ष्मी बताया, लक्ष्मी ने महादेवी से कहा उसे नाम से न पुकारा जाए, महादेवी ने उसके गले में कंठी माला देखी तो उसका नाम भक्तिन रख दिया, जिसे सुनकर लक्ष्मी बहुत प्रसन्न हुई। भक्तीन के जीवन को महादेवी ने चार भागों में बांट दिया था, जिसमे से पहले भाग में भक्तिन के माता पिता और उसके विवाह का वर्णन है।
अतः सही उत्तर है, महादेवी वर्मा, तथा नीरजा, निहार , दीपशिखा , रश्मि।
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