रचना और अभिव्यक्ति
8. हमारे संतो, भक्तों और महापुरुषों ने बार-बार चेताया है कि मनुष्यों में परस्पर किसी भी प्रकार
का कोई भेदभाव नहीं होता, लेकिन आज भी हमारे समाज में भेदभाव दिखाई देता है-
(क) आपकी दृष्टि में इस कारण देश और समाज को क्या हानि हो रही है?
(ख) आपसी भेदभाव को मिटाने के लिए अपने सुझाव दीजिए।
Answers
रचना और अभिव्यक्ति —
हमारे संतों-महात्माओं, विचारकों और महापुरुषों ने चेताया है, मनुष्यों में परस्पर किसी प्रकार का भेदभाव नही होता, लेकिन आज भी हमारे समाज में भेदभाव दिखायी देता है....
(क)
दृष्टि में समाज में व्याप्त भेदभाव से देश और समाज को बहुत हानि हो रही है। भेदभाव की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण समाज में लोगों के दूरियां बढ़ रहीं हैं, लोग में परस्पर वैमनस्यता का भाव बढ़ रहा है। इससे देश व समाज के विकास की गति रुक रही है। किसी भी देश-समाज का विकास तभी संभव है जब उस समाज में समानता का भाव हो। सारे नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त हों और कोई किसी से छोटा-बड़ा न हो। लेकिन हमारे समाज में अनेक तरह के भेदभाव प्रचलित हो गए हैं। चाहे वह अमीरी गरीबी का भेदभाव हो, जाति-पाति का भेदभाव हो या धर्म का भेदभाव हो या पुरुष-स्त्री के बीच भेदभाव हो। इस कारण समाज और देश के विकास में सभी लोगों का समान स्तर पर योगदान नही हो पा रहा। समाज की एकता भी इस भेदभाव के कारण प्रभावित हो रही है। असंगठित समाज का सीधा असर देश के विकास पर पड़ता है। भेदभाव की इस प्रवृत्ति के कारण देश के संसाधनों पर कुछ गिने-चुने लोगों का कब्जा हो गया है। जिससे समाज में किन्हीं दो वर्गों के बीच दूरी और बढ़ती जा रही है और लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है
(ख)
आपसी भेदभाव मिटाने के लिए भेदभाव के सारे स्वरूपों को पहचानना होगा और उनको एक-एक करके खत्म करना होगा। अमीरी-गरीबी भेदभाव को खत्म करने के लिए सभी को रोजगार के समान अवसर उपलब्ध हों बेरोजगारी ना हो, तभी अमीरी-गरीबी का भेदभाव कम होगा। जाति-पति के भेदभाव को मिटाने के लिए लोगों में जागरूकता लानी होगी। कड़े और सख्त कानून बनाने होंगे। सारे मनुष्य एक समान है, भगवान ने सबको एक जैसा बनाया है ऐसा भाव लोगों के अंदर विकसित करना होगा। धर्म के भेदभाव को मिटाने के लिए समाज के लोगों को एक-दूसरे के धर्मों का सम्मान करना सिखाना होगा और यह बताना होगा कि कोई भी धर्म छोटा या बड़ा नहीं होता। पुरुष और स्त्री के बीच के भेदभाव को मिटाने के लिये स्त्रियों को हर क्षेत्र में समान महत्व मिले, ऐसा प्रयास करना होगा।
Answer Explanation:
(क) हमारे समाज में जाति-धर्म, भाषा, संप्रदाय आदि के नाम पर भेदभाव किया जाता है। इससे समाज और देश को बहुत हानि हो रही है। इससे समाज हिंदू-मुसलमान में बँटकर सौहार्द और भाई-चारा खो बैठा है। दोनों एक-दूसरे के शत्रु से नजर आते हैं। त्योहारों के समय इनकी कट्टरता के कारण किसी न किसी अनहोनी की आशंका बनी। रहती है। इसके अलावा समय-असमय दंगे होने का भय बना रहता है। इससे कानून व्यवस्था की समस्या उठ खड़ी होती है तथा विकास पर किया जाने वाला खर्च अकारण नष्ट होता है।
(ख) आपसी भेदभाव मिटाने के लिए लोगों को सहनशील बनना होगा, सर्वधर्म समभाव की भावना लानी होगी तथा कट्टरता त्याग कर धार्मिक सौहार्द का वातावरण बनाना होगा। सभी धर्मों के अनुयायियों के साथ समानता का व्यवहार करना होगा तथा वोट की खातिर किसी धर्म विशेष का तुष्टीकरण बंद करना होगा ताकि अन्य धर्मानुयायियों को अपनी उपेक्षा न महसूस हो।
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