रचनात्मक खंड
वर्तमान समय में देश के लिए मर-मिटने वाले वीरों के साथ समाज के कुछ लोगों को भी 'वीर' कहा जाता है। किस तरह
के लोगों के लिए 'वीर' शब्द का प्रयोग किया जा सकता है और क्यों? सोचकर लिखिए।
Answers
Answer:
देश कभी सोने की चिडि़या कहा जाता था। फिरंगियों की नापाक नजरें इस ओर गई और कुटिल चालों के जरिए पहले व्यापार को ईस्ट इंडिया कंपनी की आड़ में भारत आए। फिर उन्होंने धीरे-धीरे ऐसे लोगों की पहचान की जो राष्ट्र के प्रति गंभीर नहीं थे, लालची और पाखंडी थे। उन्हीं के द्वारा देश से गद्दारी कराई। नतीजा यह निकला कि हमारा राष्ट्र गुलामी की जंजीरों में जकड़ गया। अपने राष्ट्र के प्रति समर्पित और स्वाभिमानियों की अंतर आत्मा में चेतना आई तथा अंग्रेजों के प्रति नफरत और तिरस्कार का वातावरण बना। कई राष्ट्रभक्त ऐसे थे जिनको न इतिहास में स्थान मिला और न ही प्रशंसा हासिल हो सकी। लेकिन अपने राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी निभाने में असहनीय यातनाएं झेलते रहे। अन्त में प्राणों को भी राष्ट्र के प्रति होम कर दिया। हम सभी का नैतिक दायित्व है कि हम अपने राष्ट्र की सीमाओं की सुरक्षा के लिए मर मिटने को तैयार रहें। राष्ट्र निर्माण में अपनी योग्यता सिद्ध करें। हमें यह अनुभूति होनी चाहिए कि मैं ही राष्ट्र निर्माण के लिए उपयुक्त व्यक्ति हूं। हमारे द्वारा किए गए कार्य से ही राष्ट्र निर्माण में सहयोग होगा। हमारी सोच सकारात्मक होनी चाहिए। हमें शिक्षा का प्रसार-प्रचार, श्रम शक्ति का बेहतर उपयोग, वैज्ञानिक सोच के साथ अग्रसर होना चाहिए।