Hindi, asked by luxmivaghel1983, 1 month ago

रचनात्मक वाक्य काव्य परिभाषा है ​

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Answered by singhgauri741
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Answer:

काव्य लक्षण की परिभाषा करते हुए उन्होंने कहा था, “ वाक्यं रसात्मकं काव्यम्”। अर्थात् रसयुक्त वाक्य काव्य है। आचार्य विश्‍वनाथ ने 'काव्यत्व' के लिए 'रसत्व' का आधार ग्रहण किया। उनके अनुसार गुण, अलंकार, वक्रोक्ति, ध्वनि आदि सभी रस के पोषक हैं।

Answered by Jasleen0599
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रचनात्मक वाक्य काव्य परिभाषा है ​|

  • साहित्यिक दर्पण। उसने किताब तह की। उन्होंने आचार्य मम्मत के काव्य के चरित्र-चित्रण का खण्डन करते हुए काव्य की परिभाषा इस प्रकार दी है: "वाक्य रसात्कम काव्यम्" अर्थात रस से पूर्ण वाक्य ही काव्य है।
  • विश्वनाथ के अनुसार "वाक्य रसात्कम् काव्यम्" अर्थात काव्य एक काव्यात्मक वाक्य है। यहाँ आचार्य विश्वनाथ ने सर्वप्रथम काव्य की स्थिति को शब्दार्थ के स्थान पर वाक्य में सम्बोधित किया। उनका कहना है कि केवल सुंदर शब्दों को एक साथ रखने से कविता कविता नहीं बन जाती है।
  • विश्वनाथ अपने साहित्यदर्पण में अभिनवगुप्त और राजशेखर के विचारों का समर्थन करते हैं और कविता को इस प्रकार परिभाषित करते हैं: "वाक्याम रसात्मकम काव्यम" (विश्वनाथ, साहित्य-दर्पण, I. 23)।
  • एक कविता लेखन का एक टुकड़ा है जो भावनाओं को जगाने या एक सेटिंग और कहानी को व्यक्त करने के लिए तुकबंदी, लय और मीटर पर निर्भर करता है। पद्य, हाइकु, गाथा और गाथागीत जैसे दर्जनों विभिन्न काव्य रूप हैं। हालाँकि कविताओं को उनके रूपों से परिभाषित नहीं किया जाता है, लेकिन वे उनके द्वारा प्रतिष्ठित हैं।
  • काव्य एक ऐसा वाक्य-विन्यास है जिसके अनुसार मन किसी रस या भाव से ओत-प्रोत होता है अर्थात् चुने हुए शब्दों द्वारा कल्पना और भाव का प्रभाव डाला जाता है। रसगंगाधर में "आराध्य" अर्थ के प्रतिपादक को "काव्य" कहा गया है। 'अर्थ के सौन्दर्य' के अन्तर्गत लोग शब्द के सौन्दर्य (शब्दलंकार) को समझकर इस लक्षण को स्वीकार करते हैं।

#SPJ3

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