Rachna ke Aadhar par Vakya ke Bhed
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Hello .
⚫वाक्य :- शब्दों का वह सार्थक समूह जिससे किसी भाव या विचार को पूर्णतः प्रकट किया जा सके । वह क्या कहलाता है।
⚫वाक्य के आधार पर वाक्य के भेद :-
1). सरल वाक्य
2). संयुक्त वाक्य
3). मिश्रित वाक्य
1). सरल वाक्य - जिस वाक्य में एक उद्देश्य , एक विधेय और एक ही क्रिया प्रयुक्त हो वह सरल वाक्य कहलाता है ।
जैसे १). दादी जी प्रतिदिन रामायण पड़ती है ।
२). तरुण कंप्यूटर चलाने में कुशल है ।
2). संयुक्त वाक्य - जब दो या दो से अधिक साधारण वाक्य समानाधिकरण समुच्चयबोधक से जुड़े होते हैं। तो वे संयुक्त वाक्य कहलाते हैं ।
जैसे १). हरीश ने कितने फोन किए किंतु रचना ने उठाया ही नहीं।
२). उसने मेरी बात मान ली और वह चला गया ।
⚫पहले वाक्य में दो उप वाक्यों को ' किंतु ' योजक से जोड़ा गया है । यहाँ एक कार्य की दूसरे पर निर्भरता दर्शाई गई है। यह संयुक्त वाक्य है ।
इसी प्रकार दूसरे वाक्य में 'और ' योजक दो अलग वाक्यों को जोड़ रहा है ।
3). मिश्रित वाक्य - जब किसी में एक के प्रधान तथा अन्य मिश्रित होते हैं। तो वह वाक्य मिश्रित वाक्य कहलाता है ।
⚫यह वाक्य व्यधिकरण समुच्चयबोधक ; जैसे - कि , क्योंकि , ताकि , यदि , तो , जो , से आदि द्वारा जुड़े होते हैं ।
जैसे १). रमेश आज नहीं आएगा क्योंकि उसे बुखार है ।
२). सभी जानते हैं कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है।
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⚫अर्थ के आधार पर वाक्य 8 प्रकार के होते हैं :- 1). विधानवाचक वाक्य
2). निषेधवाचक वाक्य
3). प्रश्नवाचक वाक्य
4). आज्ञावाचक वाक्य
5). विस्मयादिबोधक वाक्य
6). संदेहवाचक वाक्य
7). इच्छावाचक वाक्य
8). संकेतवाचक वाक्य
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Explanation:
वाक्य – भेद
‘शब्दों का वह सार्थक समूह , जो किसी न किसी भाव को प्रकट करता है , वह वाक्य कहलाता है |’
रचना के आधार पर वाक्य भेद / वाक्य रूपांतरण
रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं -
1. साधारण या सरल वाक्य
2. संयुक्त वाक्य
3. मिश्र या मिश्रित वाक्य
1. साधारण या सरल वाक्य
सरल वाक्य में एक उद्देश्य और एक विधेय होता है |
इसमें एक ही क्रिया होती है जो मुख्य क्रिया होती है |
इसमें उपवाक्य नहीं होते |
जैसे -
1) राम गेंद से खेलता है |
2) रावण तीनों लोकों का स्वामी बनना चाहता था |
3) वह प्रतिदिन घर का कार्य करने के बाद भी समय पर कार्यालय पहुँचती है |
नोट – यह आवश्यक नहीं कि सरल वाक्य छोटे ही होते हैं वरन वे लम्बे भी हो सकते हैं |
2. संयुक्त वाक्य
संयुक्त वाक्य में दो या दो से अधिक स्वतंत्र वाक्य योजक चिह्नों के द्वारा जुड़े रहते हैं |
किन्तु ,परन्तु ,और ,तथा ,इसलिए ,या ,अथवा, अन्यथा, अत: इत्यादि योजक शब्द होते हैं |
योजक शब्द समुच्चय बोधक अव्यय होते हैं |
जैसे -
1) मुझे बुखार था , इसलिए मैं विद्यालय नहीं जा सका |
2) वह बाज़ार गया और उसने सामान ख़रीदा |
3) मजदूर मेहनत करता है , परन्तु उसे लाभ नहीं मिलता |
4) बादल घिरे तथा अँधेरा छा गया |
5) मैंने उसकी बहुत प्रतीक्षा की , किन्तु वह नहीं आया |
नोट - संयुक्त वाक्यों में कभी – कभी अव्यय शब्दों का लोप भी किया जाता है ;
जैसे –
1) क्या सोचा था , क्या हो गया |
3. मिश्र / मिश्रित वाक्य
मिश्र वाक्य में एक से अधिक उपवाक्य होते हैं |
इस प्रकार के वाक्य में एक प्रधान उपवाक्य होता है तथा शेष अन्य उपवाक्य उस पर आश्रित होते हैं |
जो उपवाक्य आश्रित होते हैं | उन्हें आश्रित उपवाक्य कहते हैं |
ये उपवाक्य आपस में व्याधिकरण योजकों से जुड़े रहते हैं |
ये योजक जो , जब , तब, जहाँ, वहाँ , कि , क्योंकि , अगर , यदि इत्यादि होते हैं |
जैसे -
1) जब गीता ने मेहनत की , तब वह प्रथम आई |
2) जो छात्र परिश्रम करते हैं , वे ही सफल होते हैं |
3) जैसे ही सूर्यास्त हुआ , चारों तरफ अँधेरा छा गया |
4) यद्यपि वह दुबला – पतला है तथापि वह ताकतवर है |
5) वह विद्यालय नहीं आया क्योंकि वह बीमार है |
उपवाक्य – एक वाक्य में अनेक उपवाक्य होते हैं ; जिनमें एक प्रधान तथा शेष आश्रित उपवाक्य होते हैं | मुख्य उपवाक्य की क्रिया मुख्य होती है |
आश्रित उपवाक्यों का आरम्भ प्राय: ‘जो’ , ‘कि’ , ‘क्योंकि’ , ‘जिसे’ , ‘यदि’ इत्यादि शब्दों से होता है |
जैसे - गीता अब तक ठीक नहीं हुई, क्योंकि उसने दवाई समय पर नहीं ली |
मिश्र वाक्यों में तीन प्रकार के आश्रित उपवाक्य होते हैं –
1. संज्ञा उपवाक्य
2. विशेषण उपवाक्य
3. क्रियाविशेषण उपवाक्य
1. संज्ञा उपवाक्य
यह उपवाक्य प्रधान उपवाक्य की संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होता है |
यह उपवाक्य वाक्य में संज्ञा का काम करते हैं |
संज्ञा उपवाक्य प्रधान उपवाक्य से ‘कि’ योजक द्वारा जुड़े रहते हैं |
जैसे -
कृष्णव ने कहा कि वह खाना नहीं खाएगा |
राजा ने कहा कि युद्ध में जीतना कठिन है |
2. विशेषण उपवाक्य
यह उपवाक्य प्रधान उपवाक्य की संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है |
यह उपवाक्य संज्ञा या सर्वनाम के विषय में विभिन्न सूचनाएँ देता है |
यह उपवाक्य प्रधान उपवाक्य से संबंधवाचक सर्वनाम ‘जो’ , ‘जिसके’ , ‘जिसने’ , ‘जिसे’ आदि शब्दों से जुड़ा रहता है |
जैसे -
1) उस लड़के को अंदर बुलाओ, जो बाहर आया है |
2) यह वही औरत है, जिसने कल सामान चुराया था |
3) जो मेहनत करता है, वह सफलता प्राप्त करता है |
3. क्रियाविशेषण उपवाक्य
यह उपवाक्य प्रधान उपवाक्य की क्रिया की विशेषता बताता है |
इन उपवाक्यों से क्रिया के घटित होने की रीति , समय , दिशा ,स्थान ,परिणाम इत्यादि की सूचना मिलती है |
जैसे -
1) जैसे वह समझाता है, वैसे कोई नहीं समझाता |
2) जहाँ वह रोज़ जाती है , वहाँ मेरा घर है |