रहीम के नीतिपरक दोहे 3 संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए
Answers
Answered by
3
Answer:
–1– बिगरी बात बने नहीं, लाख करो किन कोय. रहिमन फाटे दूध को, मथे न माखन होय. ...
–2– रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय. टूटे पे फिर ना जुरे, जुरे गाँठ परी जाय. ...
–3– रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजिए डारि. ...
–4– जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करी सकत कुसंग. ...
–5– रूठे सुजन मनाइए, जो रूठे सौ बार.
Similar questions