' रहीम के दोहे ' पाठ के अनुसार धरती की क्या रीत है ?
Answers
Answered by
8
Explanation:
धरती की सी रीत है, सीत घाम औ मेह। जैसी परे सो सहि रहै, त्यों रहीम यह देह॥ अर्थ- इस दोहे में रहीम दास जी ने धरती के साथ-साथ मनुष्य के शरीर की सहन शक्ति का वर्णन किया है। ... उसी प्रकार मनुष्य का शरीर भी जीवन में आने वाले सुख-दुःख को सहने की शक्ति रखता है।
Answered by
3
Answer:
धरती की सी रीत है, सीत घाम औ मेह। जैसी परे सो सहि रहै, त्यों रहीम यह देह॥ अर्थ- इस दोहे में रहीम दास जी ने धरती के साथ-साथ मनुष्य के शरीर की सहन शक्ति का वर्णन किया है। ... उसी प्रकार मनुष्य का शरीर भी जीवन में आने वाले सुख-दुःख को सहने की शक्ति रखता है।
it's your answer.........
Similar questions
Science,
2 months ago
Geography,
2 months ago
Science,
2 months ago
Computer Science,
4 months ago
Chemistry,
4 months ago
Environmental Sciences,
11 months ago
History,
11 months ago