Hindi, asked by harryislive0786, 2 months ago

रहो ना भूल के कभी मदांध तुच्छ वित्त में, सनाथ जान आपको करो न गर्व व चित्त में। अनाथ कौन है यहां? त्रिलोकनाथ साथ है, दयालु दीन बंधु के बड़े विशाल हाथ है। अतीव भाग्यहीन है अधीर भाव जो करें, वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे। ३ आतीव भाग्यहीन किस व्यक्ति को कहा गया है? ४ लेखक ने गर्व करने को क्यों मना किया है?

१- व्यक्ति को किस भूल में नहीं रहना चाहिए?

२- त्रिलोकनाथ शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?

३ आतीव भाग्यहीन किस व्यक्ति को कहा गया है?

४ लेखक ने गर्व करने को क्यों मना किया है?​

Answers

Answered by runee198
5

Answer:

३ आतीव भाग्यहीन किस व्यक्ति को कहा गया है?

mark me as brainlist

Similar questions