ram nath kovind essay in hindi
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रामनाथ कोविंद' जी का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर की डेरापुर तहसील के गांव परौंख में हुआ था। इनके पिता का नाम माईक लाल और इनकी माता का नाम कलावती था। 30 मई 1974 को इनका विवाह सविता कोविन्द के साथ हो गया। इन दोंनों के एक बेटा जिसका नाम प्रशांत और एक बेटी जिसका नाम स्वाति है।
रामनाथ कोविंद जी की प्रारम्भिक शिक्षा संदलपुर ब्लाक के ग्राम खानपुर परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में हुई थी। इसके बाद इन्होंने डी.ए.वी. कॉलेज से बी.कॉम व डी.ए.वी. लॉ कालेज से विधि स्नातक की पढ़ाई पूरी की। तत्पश्चात ये दिल्ली आ गये और आई.ए.एस. की तैयारी की। तीसरे प्रयास में इन्होंने ये परीक्षा पास की लेकिन प्रथम स्थान न आने के कारण इन्होंने यह नौकरी ठुकरा दी।
कोविंद जी ने दिल्ली हाई कोर्ट में 16 साल तक वकालत की। वे वर्ष 1977 से 1979 तक केन्द्र सरकार के वकील भी रहे। वे वर्ष 1977 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई जी के विशेष कार्यकारी अधिकारी भी रह चुके है। कोविंद जी वर्ष 1994 में पहली बार राज्यसभा के लिए सांसद चुने गये थे और वह 12 साल तक राज्यसभा के सदस्य रहे थे।
कोविंद जी गवर्नर्स ऑफ इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के भी सदस्य रहे हैं। इन्होने वर्ष 2002 में संयुक्त राष्ट्र सभा को भी संबोधित किया। इनको 8 अगस्त 2015 को बिहार का गवर्नर नियुक्त किया गया। कोविंद जी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं। राम नाथ कोविन्द जी ने 25 जुलाई 2017 को भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल पूर्ण होने के बाद देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।
रामनाथ कोविंद ने समाज के पिछले तबके के लोगों के लिए बहुत काम किया। उन्होंने समाज में शिक्षा फैलाने के लिए कई बड़े कदम उठाये। उनके प्रयासों से ही दिल्ली में 'फ्री लीगल ऐड सोसाइटी' जैसी संस्था अस्तित्व में आ सकी। एक सफल राजनेता के रूप में रामनाथ कोविंद जी को सदैव याद रखा जायेगा।
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रामनाथ कोविंद
'रामनाथ कोविंद' जी का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर की डेरापुर तहसील के गांव परौंख में हुआ था। इनके पिता का नाम माईक लाल और इनकी माता का नाम कलावती था। 30 मई 1974 को इनका विवाह सविता कोविन्द के साथ हो गया। इन दोंनों के एक बेटा जिसका नाम प्रशांत और एक बेटी जिसका नाम स्वाति है।
रामनाथ कोविंद जी की प्रारम्भिक शिक्षा संदलपुर ब्लाक के ग्राम खानपुर परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में हुई थी। इसके बाद इन्होंने डी.ए.वी. कॉलेज से बी.कॉम व डी.ए.वी. लॉ कालेज से विधि स्नातक की पढ़ाई पूरी की। तत्पश्चात ये दिल्ली आ गये और आई.ए.एस. की तैयारी की। तीसरे प्रयास में इन्होंने ये परीक्षा पास की लेकिन प्रथम स्थान न आने के कारण इन्होंने यह नौकरी ठुकरा दी।
कोविंद जी ने दिल्ली हाई कोर्ट में 16 साल तक वकालत की। वे वर्ष 1977 से 1979 तक केन्द्र सरकार के वकील भी रहे। वे वर्ष 1977 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई जी के विशेष कार्यकारी अधिकारी भी रह चुके है। कोविंद जी वर्ष 1994 में पहली बार राज्यसभा के लिए सांसद चुने गये थे और वह 12 साल तक राज्यसभा के सदस्य रहे थे।
कोविंद जी गवर्नर्स ऑफ इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के भी सदस्य रहे हैं। इन्होने वर्ष 2002 में संयुक्त राष्ट्र सभा को भी संबोधित किया। इनको 8 अगस्त 2015 को बिहार का गवर्नर नियुक्त किया गया। कोविंद जी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं। राम नाथ कोविन्द जी ने 25 जुलाई 2017 को भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल पूर्ण होने के बाद देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।
रामनाथ कोविंद ने समाज के पिछले तबके के लोगों के लिए बहुत काम किया। उन्होंने समाज में शिक्षा फैलाने के लिए कई बड़े कदम उठाये। उनके प्रयासों से ही दिल्ली में 'फ्री लीगल ऐड सोसाइटी' जैसी संस्था अस्तित्व में आ सकी। एक सफल राजनेता के रूप में रामनाथ कोविंद जी को सदैव याद रखा जायेगा।