Hindi, asked by madhu9086, 6 months ago

ramzan maah ki Kya speciality hai (please write in hindi) ​

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Answered by Anonymous
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Explanation:

आगरा। रमजान में जुमा अलविदा की कोई अहमियत है या नहीं। जुमा अलविदा को जितना महत्व दिया जाना चाहिए, उतना दिया जाना ठीक है या नहीं। इस्लामिक पीस फाउंडेशन के अध्यक्ष और मुस्लिम मामलों के विद्वान मोहम्मद इकबाल ने इस बारे में विस्तार से जानकारी दी है।

इस्लाम में सभी जुमा बराबर

मोहम्मद इकबार ने कहा- अभी कुछ दिनों पहले तक रमजान का इंताजर कर रहे थे। रमजान आएंगे, रोजे रखे जाएंगे, कुरान की तिलावत होगी। तराबी पढ़ेंगे। आज रमजान का आखिरी जुमा है। रमजान अब रुखसत हो रहा है। जो लोग इस रमजान के आखिरी जुमा को अहमियत देते हैं, ऐसा इस्लाम में नहीं है। इस्लाम के हिसाब से सारे जुमा बराबर हैं। इतना है कि जुमा अब रमजान में दोबारा नहीं आएगा। अलविदा जुमा कहकर जो अहमियत दी जाती है, ऐसा इस्लाम में नहीं है।

रमजान वाली जिन्दगी गुजारें

उन्होंने कहा- हमें सिर्फ देखना है कि रमजान के जाने के चंद दिन बाकी रह गए हैं, रमजान हमारे से रुखसत हो जाएगा। एक साल बाद फिर रमजान का मौका मिलेगा अगर जिन्दा रहे। हमें सिर्फ यह देखना है कि रमजान यानी ईद के बाद जो जिन्दगी गुजारेंगे, अगर हमने ये जिन्दगी रमजान वाली जिन्दगी गुजारी, जैसे रमजान में लगातार नमाज पाबंदी से पढ़ते रहे, इबादत करते रहे। अल्लाह के हर हुक्म को मानने की कोशिश की। अगर आपने यह जिन्दगी गुजारी तो आपको किसी भी दारुल उलूम से फतवा लेने की जरूरत नहीं है कि आपका रमजान कैसा गुजरा। आपका दिल खुद मुतमइन हो जाएगा। अगर हम रमजान के बाद भी रमजान वाली जिन्दगी अपना रहे हैं, तो हमारा रमजान कामयाब रहा, हमारे रोजे कमयाब रहे, हमारा कुरान का पढ़ना कामयाब रहा।

जुमे की नमाज में क्या करें

मोहम्मद इकबाल ने कहा- आज हम इस जुमे में, जुमे की नमाज में हम ये अहद करें, अल्ला ताला से दुआ करें कि हमारी जो जिन्दगी गुजरी है, उसमें जो गलती, कोताही हुई है, उसे माफ फरमा। हमारी जो जिन्दगी बची है, हम मरते दम तक पूरी कोशिश करेंगे जैसा हुक्म दिया है, वैसी गुजारने की, ताकि हमें जनन्त मिल सके। हमारे लिए हमारी कामयाबी और हमारे मुकद्दर बन सकें।

Answered by bhandaripalak7
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Answer:

मुस्लिमों का पवित्र रमज़ान का महीना आज से शुरू हो गया है. पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने इस मौके पर देश को रमज़ान की मुबारकबाद दी है. पीएम मोदी ने सभी की सुरक्षा के लिए दुआ मांगी है. बता दें कि रमजान माह शनिवार से शुरू हो रहा है. आज चाँद दिख गया है. Also Read - 15वें वित्त आयोग की रिपोर्ट तैयार, 9 नवंबर को राष्ट्रपति को सौंपेंगे चेयरमैन एनके सिंह

पीएम मोदी ने इसे लेकर ट्वीट किया है. पीएम ने रमजान की मुबारकबाद देते हुये कहा कि मैं सभी की सुरक्षा, स्वस्थ होने और समृद्ध होने की दुआ करता हूं. रमजान का ये पवित्र महीना दया लाए. सौहार्द लाए. Also Read - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया सरदार पटेल ‘जंगल सफारी’ का उद्घाटन, तोतों से खेलते नजर आए पीएमहोम

इस महीने का मुस्लिम धर्म में काफी महत्व होता है. यह वो महीना होता है जब हर व्यक्ति खुदा की इबादत करता है. पूरी दुनिया में रमजान का तैयारियां अंतिम चरण में है. सभी लोग इन 30 दिनों के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं. आपको बता दें इस्लाम में रमजान को सबसे पवित्र महीना माना गया है. इस पूरे महीने में सभी मुसलमान रोजे रखते हैं. रोजे के दौरान दिनभर खाना और पानी ग्रहण नहीं करना होता. माना जाता है कि रोजे रखने से आत्मा की शुद्धि होती है. इस बार पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर है. ऐसे में दुनिया के अधिकतर देशों में मस्जिदें बंद हैं और लोग घरों में ही इबादत करेंगे. लोगों से अपील की गई है कि वह घरों में रहकर ही अल्लाह को याद करें. बाहर निकलने पर खतरा हो सकता है.

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