Ramzan Ne Duniya Ko andher Nagri kyu Samjha tha
Answers
मुंशी प्रेमचंद की कहानी परम्परा के कहानीकार सुदर्शन बदरीनाथ द्वारा रचित 'बात अठन्नी की' समसामयिक न्याय व्यवस्था की विसंगतियों पर तो कठोर प्रहार करती ही है अपितु मौजूदा दौर में भी प्रासंगिक है।
कहानी के पात्र रमजान द्वारा दुनिया को अंधेर नगरी कहा जाना समाज मे व्याप्त भ्रष्टाचार और न्याय व्यवस्था की खामियों को दर्शाता है।
रमजान के मित्र रसीला अपना उधार चुकाने के लिए महज अठन्नी की चोरी करता है और अपराधबोध होने पर अपना गुनाह स्वीकार भी कर लेता है। परंतु क्षमा मिलने की बजाय उसे रिश्वतखोर जज के द्वारा कठोर सजा सुना दी जाती है। रमजान की नजर में हजारों रुपए के चोर इंजीनियर जगत सिंह और रिश्वतखोर जज सलीमुद्दीन चैन से नरम गद्दों पर नींद लेते हैं, और महज अठन्नी की हेराफेरी करने वाले रसीला को तंग अंधेरी कोठरी में यातना मिलती है, इस तरह दुनिया एक अंधेर नगरी है जिसमें न्याय मिलना असम्भव है।
Answer:
रमज़ान ने यह वाक्य इसलिए कहा कि वह रसीला के खिलाफ न्यायप्रिय शेख साहब द्वारा लिए गए फैसले से संतुष्ट नही था।