रणछोड़ भट्ट की कृति का क्या नाम है, यह कहाँ से प्राप्त होतीहै?
Answers
रणछोड़ भट्ट की कृति का नाम ‘राज प्रशस्ति’ है, और यह कृति राजस्थान में राजसमंद झील के पास 25 शिलालेखों के रूप में मिलती है। यह भारत का सबसे बड़ा शिलालेख माना जाता है।
Explanation:
रणछोड़ भट्ट संस्कृत के एक प्रसिद्ध कवि थे, जो मेवाड़ के महाराणा जय सिंह के राज दरबार में राजकवि थे। उन्होंने 17 वी शताब्दी में संत 1676 ईस्वी में इस ‘राज प्रशस्ति’ नामक महाकाव्य ग्रंथ की रचना की थी। इस ग्रंथ के रचना के लगभग 6 साल बाद महाराणा जयसिंह ने इसे शिला लेखों के रूप में काले पत्थर की शिलाओं पर उत्कीर्ण करवाया।
यह ग्रंथ लगभग 25 शिलाओं पर उत्कीर्ण करवाकर राजसमंद झील की नौ चोकी पाल जगह पर अलग-अलग ताको में स्थापित किए गए। यह भारत के सबसे बड़ा शिलालेख माना जाता है और प्रत्येक शिलाखंड काले पत्थर से बना है। प्रत्येक का आकार 3 फुट लंबा तथा ढाई फुट चौड़ा है। पहले शिलालेख में भगवान गणेश, माँ दुर्गा, भगवान सूर्य आदि देवी-देवताओं की स्तुति है, बाकी के 24 शिलालेखों में हर शिलालेख में एक सर्ग है। इस तरह कुल 24 सर्ग हैं, जिसमें कुल मिलाकर 1106 श्लोक दिये गए हैं।