रर्णथृंभोर मेंब्लकस शताब्दी केब्लकलेदेखनेको ब्लमलतेहैं?
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Answers
महाभारत का रचना काल:
वेदव्यास जी को महाभारत को पूरा रचने में ३ वर्ष लग गये थे, इसका कारण यह हो सकता है कि उस समय लेखन लिपी कला का इतना विकास नही हुआ था, संस्कृत ऋषियो की भाषा थी और ब्राह्मी आम बोल चाल की भाषा हुआ करती थी।
सुत जी द्वारा महाभारत ऋषि मुनियो को सुनाना।
पुराण और इतिहास के सबसे शुरुआती संदर्भ 2,800 साल पहले शतपथ ब्राह्मण में पाए जा सकते हैं - हालांकि, हम उस वक्त कहानियों को नहीं जानते थे। उनमें राम और कृष्ण की कहानी शामिल हो सकती है, लेकिन हम निश्चित नहीं हो सकते हैं। सदियों से मौखिक संचरण के बाद 2,000 साल पहले, इन कहानियों को संस्कृत महाकाव्य रामायण और महाभारत के रूप में परिष्कृत थे।[1]यह सर्वमान्य है कि महाभारत का आधुनिक रूप कई अवस्थाओ से गुजर कर बना है, इसकी रचना की चार प्रारम्भिक अवस्थाए पहचानी गयी हैl
Explanation:
अवस्थाएं:
ये अवस्थाएं निम्न लिखित हैं:
सर्वप्रथम् वेदव्यास द्वारा रचित एक लाख श्लोको और १०० पर्वो का "जय" महाकाव्य, जो बाद मे महाभारत के रूप मे प्रसिद्ध हुआ। सम्भावित रचना काल-(10०० इसवी ईसा पूर्व)
दूसरी बार व्यास जी के कहने पर उनके शिष्य वैशम्पायन जी द्वारा पुनः इसी "जय" महाकाव्य को जनमेजय के यज्ञ समारोह में ऋषि मुनियो को सुनाया तब यह वार्ता "भारत" के रूप मे जानी गायी। सम्भावित रचना काल-(३००० इसवी ईसा पूर्व)
जनमेजय के सर्प यज्ञ समारोह पर वैशम्पायन जी ऋषि मुनियो को महाभारत सुनाते हुए l
तीसरी बार फिर से वैशम्पायन और ऋषि मुनियो की इस वार्ता के रूप मे कही गयी "महाभारत" को सुत जी द्वारा पुनः १८ पर्वो के रूप में सुव्यवस्थित करके समस्त ऋषि मुनियो को सुनाना। सम्भावित रचना काल-(२००० इसवी ईसा पूर्व)
सुत जी और ऋषि मुनियो की इस वार्ता के रूप मे कही गयी "महाभारत" का लेखन कला के विकसित होने पर सर्वप्रथम् ब्राह्मी या संस्कृत मे हस्तलिखित पाण्डुलिपियो के रूप मे लिपी बद्ध किया जाना| सम्भावित रचना काल-(१२००-६०० इसवी ईसा पूर्व)
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