Hindi, asked by aanyamahajan2456, 11 months ago

ras and alankar easy eg.​

Answers

Answered by avats673
1

Answer:

करुण रस की परिभाषा – ‘शोक’ नामक स्थाई भाव, विभाव , अनुभाव और संचारी भाव के संयोग से रस रुप मे परिणत हो तो वहाँ पर करुण रस होता है | अर्थात् किसी प्रिय वस्तु या व्यक्ति के नाश होने से हृदय के अंदर उत्पन्न क्षोभ को करुण रस कहते है |

करुण रस के उदाहरण – 1.

“मणि खोये भुजंग-सी जननी, फन-सा पटक रही थी शीश, अन्धी आज बनाकर मुझको, किया न्याय तुमने जगदीश?”

इस पद मे श्रवण कुमार की मृत्यु पर उनकी माता का करुण दशा का वर्णन किया गया है |

स्पष्टीकरण –

स्थाई भाव – शोक

विभाव (आलम्बन) – श्रवण कुमार

आश्रय – पाठक

उद्दीपन – महाराज दशरथ की उपस्थिति

अनुभाव – सिर का पटकना

संचारी भाव – विषाद, स्मृति, प्रलाप आदि |

Explanation:

Hope it's Helpful

Please follow me

Mark as Brainlist

Similar questions