रस का अर्थ बताते हुए उसके प्रकारों का वर्णन कीजिए भेद सहित
Answers
Answered by
3
Explanation:
श्रव्य काव्य के पठन अथवा श्रवण एवं दृश्य काव्य के दर्शन तथा श्रवण में जो अलौकिक आनन्द प्राप्त होता है, वही काव्य में रस कहलाता है। रस के जिस भाव से यह अनुभूति होती है कि वह रस है उसे स्थायी भाव होता है। रस, छंद और अलंकार - काव्य रचना के आवश्यक अव्यय हैं।
क्रमांक रस का प्रकार स्थायी भाव
1. श्रृंगार रस रति
2. हास्य रस हास
3. करुण रस शोक
4. रौद्र रस क्रोध
5. वीर रस उत्साह
6. भयानक रस भय
7. वीभत्स रस घृणा, जुगुप्सा
8. अद्भुत रस आश्चर्य
9. शांत रस निर्वेद
mark me as brainleist and
Similar questions
Chemistry,
2 months ago
History,
2 months ago
Math,
2 months ago
Computer Science,
5 months ago
Computer Science,
10 months ago
Accountancy,
10 months ago
English,
10 months ago