रस के भेद एवं स्थायी भाग
Answers
Answered by
2
Answer:
संचारी भाव: रस की वस्तु या विचार का नेतृत्व करते हे उसे संचारी भाव कहते हे। सात्विक भाव: आश्रय की शरीर से उसके बिना किसी बाहरी प्रयत्न के स्वत: उत्पन्न होने वाली चेष्टाएँ सात्विक अनुभाव कहलाती है इसे 'अयत्नज भाव' भी कहते है.।
l hope this answer is haplfull
Similar questions