Hindi, asked by tutejasaksham, 8 months ago

रस की निष्पत्ति में किन तीन भावों का सहयोग होता है ?​

Answers

Answered by Haaaaahaaaa
4

Answer:Sthayi bhaav, vibhaav and anubhaav

Explanation:

Answered by jayathakur3939
6

स्थायी भाव , विभाव , अनुभाव और संचारी भाव के संयोग से रस की निष्पत्ति होती है  

रस के 4 अंग माने गये हैं , स्थायी भाव, विभाव, अनुभाव तथा संचारी भाव

 

1. स्थायी भाव: – स्थायी भाव का अर्थ होता है प्रधान भाव, स्थायी भाव ही रस का आधार है  | एक रस के मूल में एक रस विद्यमान रहता है |

2. विभाव : – जो पदार्थ, व्यक्ति परिस्थिति व्यक्ति के ह्रदय में भावोद्रेक उत्पन्न करता है, वह विभाव कहलाता है | विभाव दो प्रकार के होते हैं – उद्दीपन विभाव और आलंबन विभाव  |

3.अनुभाव : – मनोभावों को व्यक्त करने वाले शारीरिक विकार अनुभाव कहलाते हैं, ये भाव सात्विक, मानसिक और कायिक होते हैं |

4.संचारी भाव : – मन में संचरण करने वाले भाव संचारी भाव कहलाते हैं, ये भाव पानी के बुलबुलों के सामान उठते और विलीन हो जाने वाले भाव होते हैं |

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