Hindi, asked by thapaaditya329, 9 days ago

रस्सी कच्चे धागे की, खींच रही मैं नाव। जाने कब सुन मेरी पुकार, करें देव भवसागर पार्। पानी टपके कच्चे सकोरे, व्यर्थ प्रयास हो रहे मेरे। जी में उठती रह रह हूक, घर जाने की चाह है घेरे ॥ bhave​

Answers

Answered by Veebee1412
0

Answer:

Please see the attachment.

Explanation:

Hope this helps

Attachments:
Similar questions