रसात्मक वाक्यम काव्य परिभाषा है
Answers
Answered by
0
काव्य लक्षण की परिभाषा करते हुए उन्होंने कहा था, “ वाक्यं रसात्मकं काव्यम्”। अर्थात् रसयुक्त वाक्य काव्य है।
वाक्य में काव्य शरीर तथा रसात्मक में काव्य की आत्मा समाहित है।
Answered by
5
Answer:
वाक्यं रसात्मकं काव्यम्
वे रसवादी आचार्य हैं। ... अर्थात् रसयुक्त वाक्य काव्य है। आचार्य विश्वनाथ ने 'काव्यत्व' के लिए 'रसत्व' का आधार ग्रहण किया। उनके अनुसार गुण, अलंकार, वक्रोक्ति, ध्वनि आदि सभी रस के पोषक हैं।
Explanation:
Hope It will Help You!!
Plz Mark as brainliest!!
♛┈⛧┈♡ ᴍɪss ᴋᴀᴍɪɴɪ ʜᴇʀᴇ♡┈⛧┈♛
ғʟʟᴏᴡ ʙᴀᴄᴋ ⚡
Attachments:
Similar questions