raudra ras poems in hindi
Answers
Answered by
31
उस काल मारे क्रोध के तन काँपने उसका लगा,मानों हवा के वेग से सोता हुआ सागर जगा ।मुख-बाल-रवि-सम लाल होकर ज्वाल सा बोधित हुआ,प्रलयार्थ उनके मिस वहाँ , क्या काल ही क्रोधित हुआ?
साक्षी रहे संसार , करता हूँ प्रतिज्ञा पार्थ मैं ,पूरा करूँगा कार्य सब , कथानुसार यथार्थ मैं।जो एक बालक को कपट से मार हँसते हैँ अभी,वे शत्रु सत्वर शोक-सागर-मग्न दीखेंगे सभी
साक्षी रहे संसार , करता हूँ प्रतिज्ञा पार्थ मैं ,पूरा करूँगा कार्य सब , कथानुसार यथार्थ मैं।जो एक बालक को कपट से मार हँसते हैँ अभी,वे शत्रु सत्वर शोक-सागर-मग्न दीखेंगे सभी
Answered by
12
Example of raudra Ra's is written in image..
Attachments:
Similar questions