Reading for Pleasure vo अपनों की याद में मे केगारुओं के देश में मुझे याद आते हैं वो हाथ जो मसजिद की अजान पर जुड़ जाते हैं जो मंदिरों की घंटियों पर दुआ माँगते हैं। वे लोग, जो हर वक्त प्रार्थनारत हैं बेटे की नौकरी, बेटी की शादी माँ की बीमारी और पिता की तबीयत ठीक हो जाने की कामना में रत हैं। मुझे याद आते हैं वे लोग जो ढूँढ़ते हैं उत्सव के बहाने भागदौड़, आपाधापी और झगड़ों के बीच भी जो ढूँढ़ लाते हैं तराने। मुझे याद आते हैं वे, मेरे देश के लोग जो कड़ी धूप में पिघलते नहीं मूसलाधार बारिश में गलते नहीं मुश्किलों से जो दो जून की रोटी खाते हैं वे खुश हैं, वे फिर भी मुसकराते हैं। लोग make five questions from these
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अपनों की याद में मे केगारुओं के देश में मुझे याद आते हैं वो हाथ जो मसजिद की अजान पर जुड़ जाते हैं जो मंदिरों की घंटियों पर दुआ माँगते हैं। वे लोग, जो हर वक्त प्रार्थनारत हैं बेटे की नौकरी, बेटी की शादी माँ की बीमारी और पिता की तबीयत ठीक हो जाने की कामना में रत हैं। मुझे याद आते हैं वे लोग जो ढूँढ़ते हैं उत्सव के बहाने भागदौड़, आपाधापी और झगड़ों के बीच भी जो ढूँढ़ लाते हैं तराने।
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