Report writing on durga puja
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Durga Puja also known as“Durgotsab”is an annual Hindu festival which celebrates worship of the Hindu goddess of power,“Durga or Shakti”.
It is a nine days affair in which last six days are observed with complex rituals and intricate ceremonies as Mahalaya, Shashthi, Maha Saptami, Maha Ashtami, Maha Nabami and Vijaya Dashami. The dates of Durga Puja celebrations are decided according to traditional Hindu calendar and generally fall between the months of September to November according to the Gregorian calendar.It is extensively celebrated in the Northern and Eastern states of India- West Bengal, Bihar, Jharkhand, Orissa and Tripura. Apart from these places states like Delhi, Maharashtra, Gujarat, Punjab, Kashmir, Karnataka and Kerala also enthusiastically participate in the festival.
Durga Pooja has always been an integral part of the Hindu culture. This nine days festival also represent nine color of each day (which are Blue – 1st day, Yellow – 2nd Day, Green – 3rd Day, Grey – 4th Day, Orange – 5th day, White – 6th Day, Red – 7thDay, Purple – 8th Day & Pink – 9th Day). Peoples (both men and women) do fasting in this festival in which they only presumefruits, juice and water no other kind of foods stuffs are eaten during fasting of this festival.
Answer:
दुर्गा पूजा भारत में हिंदुओं का एक धार्मिक त्यौहार है जो लोगो को एक भारतीय संस्कृति और रीति में जोड़ता है। भगवान राम ने रावण को मारने से पहले देवी दुर्गा की पूजा की थी। तभी से दुर्गा पूजा की शुरुआत हुई। इस त्यौहार को हर साल लोगो के द्वारा उत्साह और विश्वास के साथ मनाया जाता है। कई स्थानों पर सभी लोग मिलकर शहरों और गावों में दुर्गा पूजा उत्सव को अच्छे से सांस्कृतिक और परंपरागत तरीके से मानते हैं। दुर्गा पूजा हर जगह अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल के कोलकाता की दुर्गा पूजा सबसे ज्यादा विख्यात है। लोग अपने पारंपरिक कपड़े पहन कर माँ दुर्गा की आरती करते हैं और ढोल नगाड़ों पर नाचते हैं।
माँ दुर्गा ने नौ दिन और रात की लड़ाई के बाद महिषासुर का वध किया था। दुर्गा पूजा के अंतिम दिन माँ दुर्गा की प्रतिमा को नदी में विसर्जित कर दिया जाता है। लोग इस अवसर पर कन्याओं को भोजन करवाते हैं और इसके साथ ही मेलों का भी आयोजन किया जाता है। सारा वातावरण ख़ुशियों के माहौल में डूब जाता है। दुर्गा पूजा उत्सव पर कई जगहों में नाटक और रामलीला का भी आयोजन किया जाता है। लोग माँ दुर्गा से आशीर्वाद लेते हैं और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
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