Republic Day speech in Hindi
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विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक भारत की बहुरंगी विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। कहा जाता है कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। बता दें कि जब देश को सन् 1950 में 26 जनवरी को संविधान मिला, इसके बाद ही भारत एक लोकतांत्रिक और गणतंत्र देश घोषित हुआ। इस दिन भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के बाद देश को उसका संविधान सौंपा था। तब से हर साल ये दिन लोगों के लिए बेहद गौरवमयी होता है जिसे हर्षोल्लास से मनाया जाता है।
प्रत्येक साल 26 जनवरी को भारत अपना गणतंत्र दिवस मनाता है क्योंकि इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। इसे हम सभी राष्ट्रीय पर्व के रुप में मनाते है और इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है। इस महान दिन पर भारतीय सेना द्वारा भव्य परेड किया जाता है जो सामान्यत: विजय चौक से शुरू होकर इंडिया गेट पर खत्म होता है। इस दौरान तीनों भारतीय सेनाओं (थल, जल, और नभ) द्वारा राष्ट्रपति को सलामी दी जाती है, साथ ही सेना द्वारा अत्याधुनिक हथियारों और टैंकों का प्रदर्शन भी किया जाता है, जो हमारे राष्ट्रीय शक्ति का प्रतीक है।
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जनवरी, 2021 को भारत अपना 72वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। इस दिन ही साल 1950 को भारतीय संविधान लागू किया गया था। गणतंत्र दिवस को सभी धर्म जाति और समुदाय के लोग एक साथ मनाते हैं। इस दिन स्कूल, कॉलेज, सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में झंडा फहराया जाता है। इस खास मौके पर स्कूलों और कॉलेजों में निबंध प्रतियोगिता या भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है। अगर आप भी गणतंत्र दिवस पर निबंध या स्पीच की तैयारी कर रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कुछ बेहतरीन आइडियाज-
1. गणतंत्र दिवस का महत्व और इतिहास-
नमस्ते शिक्षकों और मेरे सहपाठियों। आज मैं आपको गणतंत्र दिवस के खास मौके पर आपको इससे जुड़ा इतिहास और महत्व बताने जा रहा हूं या रही हूं। भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं। आज के दिन ही साल 1950 में देश में संविधान लागू हुआ था। गणतंत्र दिवस हमें हमारे वीरों और उनके संघर्ष की याद दिलाता है। कैसे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) ने युवाओं की मदद से पूर्ण स्वराज की मांग को प्राप्त किया। यह राष्ट्रीय गौरव का दिन है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर भव्य गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन होता है। राष्ट्रपति तिरंगा झंडा फहराते हैं। राष्ट्रगान और ध्वजारोहण के साथ उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है। अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे महत्वपूर्ण सम्मान दिए जाते हैं। राजपथ पर निकलने वाली झांकियों में भारत की विविधता में एकता की झलक दिखती है। परेड में भारत की तीनों सेना- नौ सेना, थल सेना और वायु सेना की टुकड़ी शामिल होती हैं और सेना की ताकत दिखती है। जय हिंद।
2. गणतंत्र दिवस से जुड़ी अन्य जरूरी बातें-
नमस्ते मेरे शिक्षकों और साथियों। आज मैं आपको गणतंत्र दिवस से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताने जा रहा हूं या जा रही हूं। 26 जनवरी 1950 को सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया था। संविधान लागू होने के बाद हमारा देश भारत एक गणतंत्र देश बन गया। इस के 6 मिनट बाद 10 बजकर 24 मिनट पर राजेंद्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। इस दिन पहली बार बतौर राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद बग्गी पर बैठकर राष्ट्रपति भवन से निकले थे।
यह संविधान ही है जो भारत के सभी जाति और वर्ग के लोगों को एक दूसरे जोड़े रखता है। भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। 2 साल, 11 महीने और 18 दिन में यह तैयार हुआ था। जय हिंद। संविधान को लागू करने के लिए 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया, क्योंकि 1930 में इसी दिन कांग्रेस के अधिवेशन में भारत को पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई थी। जय हिंद।
3. तिरंगे से जुड़ी रोचक जानकारी-
नमस्ते मेरे शिक्षकों और साथियों। आज मैं आपको गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगे से जुड़ी रोचक बातें बताने जा रहा हूं या जा रही हूं। तिरंगे को 15 अगस्त 1947 और 26 जनवरी 1950 के बीच भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया। इसके बाद भारतीय गणतंत्र ने इसे अपनाया। तिरंगे की चौड़ाई का अनुपात इसकी लंबाई के साथ 2 और 3 का है। सफेद पट्टी के मध्य में गहरे नीले रंग का एक चक्र है। यह चक्र अशोक की राजधानी के सारनाथ के शेर के स्तंभ पर बना हुआ है। भारत के संविधान को बनाने में दो साल और 11 महीने लगे। 1955 में गणतंत्र दिवस पर पहली परेड आयोजित की गई थी। जय हिंद।