Hindi, asked by prajapatinkp, 2 months ago

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Answered by Anonymous
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Answer:

27 विश्वास नगर

28/02/2021

नमस्ते प्रिय मित्र शरद

मैं आशा करता हूं कि आप वहां ठीक होंगे मेरे पढ़ाई के दौरान कुछ अनमोल पुस्तक की कमी हो रही है जो आपके यहां ही उपलब्ध है जो पुस्तक है अकोला से अनमोल प्रकाश पुस्तक जो आपके शहर में ही उपलब्ध है तो आप कृपा पर वही से पुस्तक भेजने की कोशिश करें क्योंकि मेरी पढ़ाई अभी अध्यनरत है तो मैं अभी वहां नहीं आ सकता इसलिए आप ही वहां से पुस्तक ला लीजिएगा।

Explanation:

आपका प्रिय मित्र

आदित्य।

Answered by riyabante2005
3

Explanation:

दिनांक:- 28 फेब्रुवारी 2021

सेवा मे,

व्यवस्थापक,अनमोल प्रकाशन,

11-पुणे-411003

(महाराष्ट्र)

विषय:- पुस्तको की मांग करणे के लिये..

महोदय/ महोदया,

आज के समाचार पत्र मे आये हुई आपके इशितियार मैने अभी पडी. आपने इस हफ्ते मैं सभी पुस्तको पर 20% रियायत दी है. मुझे आवश्यकता लगने वाली किताबो की यादी मैने सामने दि हैं.कृपया मुझे 20% रियायत दे और पुस्तकोको घर पर भेजने की व्यवस्था करे. टपालखर्च मे दुंगी.और मैने पुस्तको के नाम अपने हिंदी पाठ्यपुस्तको से लिये है तो मुझे इन की सच्ची कीमत बता नही है. तो भी आप रियायत काटकर आणि वाली देय रक्कम और टपाल खर्च करके पुरी रक्कम आप मुझे ई-मेल मे बताये. उसी ई-मेल मे आप मुझे आप की बँक खाते की जानकारी बताईये तो मै आपके पैसे तुरंत ऑनलाईन ट्रान्सफर कर दुंगी.

पुस्तको कि यादी:-

•हिंदी साहित्य:- (ग्रंथाली प्रकाशन)

•संपूर्ण हॉस्पिटल:- (स्वराली प्रकाशन)

धन्यवाद सहित,

शारदा पाटील,

विश्वास नगर- 27,

अकोला, 411007

[email protected]

अधिक जानकारी:-पत्र के द्वारा हम अपनी भावनाओं और अपने विचारों को शब्दों के माध्यम से लिखित रूप में किसी व्यक्ति तक पहुँचाते हैं। आज अपनी भावनाओं और विचारों को दूसरों तक पहुँचाने के लिए तीव्र गति वाले उपकरणों का प्रचार बहुत तेजी से हो रहा है। ऐसी हालत में पहले की अपेक्षा आजकल पत्र लिखने की आवश्यकता बहुत कम पड़ती है। फिर भी अपने खास व्यक्तियों, संबंधियों, मित्रों तथा सरकारी कामकाज के लिए पत्र लिखने की आवश्यकता होती ही है| पत्र-लेखन एक कला है। अपने विचारों को संक्षेप में प्रभावकारी ढंग से विषय के अनुरूप भाषा का प्रयोग कर पहुँचाना एक प्रकार का हुनर है। अब तक हम पत्र भेजने के लिए लिफाफे का प्रयोग करते थे और उस पर पत्र भेजने वाले का नाम और पता लिखते थे अब ई-मेल से भेजे जाने वाले पत्रों में लिफाफों की आवश्यकता नहीं रही। इसलिए पत्र में ही पत्र भेजने वाले का नाम, पता और ई-मेल आईडी. लिखना होता है। अब आपको ई-मेल भेजने के तरीके से परिचित होना है। अत: इस वर्ष से ई-मेल के प्रारूप के अनुरूप पत्र-लेखन की पद्धति अपनाना अपेक्षित है।

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