role of police during covid 19 129 -150 words
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Explanation:
During this unprecedented COVID-19 pandemic, there are many needs arising at police agencies around the world. Police foundations are stepping up to help law enforcement in many ways. As police foundations engage with the community to secure funding and provide services that will benefit their departments, foundations act as an important liaison among the community, businesses, and the police agency. Police foundations help departments to achieve their public safety goals and are an avenue to accept both financial and in-kind support from interested donors. Therefore, police foundations are in an ideal spot to provide critical support to a police agency during times of crisis, such as the COVID-19 pandemic.
Police foundations can help their local police agencies
and first responder community by:
- Purchasing protective gear such as infrared thermometers, nitrile gloves, masks, hand sanitizing wipes, and hand sanitizer
- Working to supply departments with hygiene kits, towels, and cell phone chargers for round the clock operations
- Funding professional decontamination of police facilities and equipment
- Providing sanitizer stations for police facilities
- Securing alternative housing for officers who are sick or need to isolate themselves from family members at greater risk of complications if infected with COVID-19
- Securing a COVID-19 testing center for exclusive use by first responders and other essential local employees.
Also some views in Hindi
इस समय देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति है, ऐसी चुनौती देश के सामने शायद ही कभी आई होगी. जब इस तरह की चुनौती आती है तो उससे मुकाबला करने के लिए अलग-अलग स्तर पर नये-नये मापदंड भी तय करना पड़ते हैं. एक तरफ इस महामारी से निपटने की जिम्मेदारी डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने बखूबी संभाल रखी है तो दूसरी ओर आपदा की इस घड़ी में देश की शान्ति व्यवस्था बनाये रखना पुलिस की अहम जिम्मेदारी है.
पुलिस महकमें की यह जिम्मेदारी इस लिए और बढ़ जाती है क्योंकि उसे मालूम है कि पुलिस प्रशिक्षण के दौरान ऐसे आपातकाल से कैसे निपटा जाये इसके बारे में उन्हें कोई दिशा-निर्देश ही नहीं दिए गए थे. इसी प्रकार लाॅकडाउन का प्रयोग भी नया है, जिससे निपटने की भी चुनौती से पुलिस को दो-चार होना पड़ रहा है.
इस विषम परिस्थिति में पुलिस नेतृत्व से यह अपेक्षा करना गलत नहीं होगा कि वह उपलब्ध सीमित संसाधनों से अधिक व्यापक सोच से कोरोना महामारी के समय आने वाली समस्याओं को मात देने में सफल रहेगी. पुलिस, किसी भी शासन-प्रशासन का एक ऐसा महत्वपूर्ण अंग है जो कि इस समय लाॅकडाउन, धारा-144, किसी इलाके को सील करने आदि की कवायद को मूर्त रूप दे रही है, इसके साथ-साथ कोरोनावायरस महामारी से देश को बचाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को महत्वपूर्ण बताया जा रहा है, जिसे लागू कराने की बड़ी जिम्मेदारी पुलिस विभाग की है. वह इसे बखूबी निभा भी रहा है लेकिन काम के बोझ के दबाव के चलते पुलिसकर्मी तनाव में तो आ ही रहे हैं, इसके अलावा तमाम पुलिसकर्मी कोरोना पाॅजिटिव भी होते जा रहे हैं, जो अलग से चिंता का कारण बना हुआ है.