Hindi, asked by khadeejazafar748, 1 year ago

Role of students in nation building in hindi

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Here is ur answer.

Explanation:

विद्यार्थी का अर्थ है – विद्या और अर्थी अर्थात् विद्या का इच्छुक या विद्या को प्राप्त करने वाला। विद्या ग्रहण करना विद्यार्थी का धर्म और कर्त्तव्य है।

विद्या ग्रहण करना ही विद्या का धर्म और कर्त्तव्य नहीं है, अपितु इस विद्या को समाज और राष्ट्र के लिए उपयोग करना भी विद्यार्थी का धर्म और कर्त्तव्य है। विद्यार्थी का जीवन एक पुनीत संस्कार और सभ्यता का जीवन होता है। वह इस अवधि में अपने अन्दर दिव्य संस्कारों की ज्योति जलाता है। ये संस्कार ही धर्म, समाज और राष्ट्र के प्रति कर्त्तव्यबद्ध होने की उसे प्ररेणा दिया करते हैं। इनसे प्रेरित होकर ही विद्यार्थी अपने प्राणों का समर्पण और उत्सर्ग किया करता है। इस प्रकार से दिव्य संस्कार का विकास प्राप्त करके विद्यार्थी समाज और राष्ट्र के प्रति अपना कोई न कोई योगदान करता ही रहता है।

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