Sociology, asked by suthibasuthiba4, 14 days ago

Rona arahi hai roongi nhi. lelo​

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Answered by ηιѕн
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निदेशक बताते हैं कि बीते कुछ दिनों में ऐसे मामले सामने आये है, जिनकी शुगर की पुरानी कोई हिस्ट्री हीं नहीं थी, लेकिन कोरोना संक्रमित होने के बाद ऐसे मरीजों की संख्या 15 प्रतिशत तक पहुंच गई है। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की बात करें तो यहां एक सप्ताह पूर्व ओपीडी शुरू हुई है। एमएस डॉ. केसी पंत के मुताबिक, अनिद्रा (एंजायटी), ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीज बढ़े हैं। फ्लू ओपीडी में कोविड से ठीक हुए मरीज आ रहे हैं, जिन्हें कुछ लक्षण दिखाई दिए हैं। कई की दोबारा भी जांच कराई जा रही है। वरिष्ठ फिजीशयन डॉ. जेनेंद्र कुमार कहते हैं कि कोरोना के दौरान मरीज की गंभीर हालत को देखते कोविड प्रॉटोकॉल के अनुसार लगातार स्टेरायड, रेमडेसिविर, प्लाजा थेरेपी दी गई। अब कई मरीजों में शुगर अनियंत्रित देखा जा रहा है। 

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Answered by rawatnikki2003
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Answer:

you can it feels light

वस्तु एवं सेवा कर ( संक्षेप मे: वसेक या जीएसटी अंग्रेज़ी: GST, अंग्रेज़ी: Goods and Services Tax) भारत में १ जुलाई २०१७ से लागू एक महत्वपूर्ण अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था है जिसे सरकार व कई अर्थशास्त्रियों द्वारा इसे स्वतंत्रता के पश्चात् सबसे बड़ा आर्थिक सुधार बताया है।[1] [2] इसके लागू होने से केन्द्र सरकार एवम् विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा भिन्न भिन्न दरों पर लगाए जा रहे विभिन्न करों को हटाकर पूरे देश के लिए एक ही अप्रत्‍यक्ष कर प्रणाली लागू हो गयी है।[3] इस कर व्यवस्था को लागू करने के लिए भारतीय संविधान में संशोधन किया गया था।

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