India Languages, asked by nupurshah038, 5 months ago

Ronald Stuart McGregor Essay in hindi​

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Answered by ky140506
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प्रथम हिन्दी>अंग्रेजी व्याकरण के लेखक तथा हिन्दी भाषा व साहित्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक योगदान करने वाले प्रो. रोनाल्ड स्टुअर्ट मक्ग्रेगोर Prof. Ronald Stuart McGregor (केम्ब्रिज वि. वि.) नहीं रहे। 19 अगस्त को उनका स्वर्गवास हो गया।

न्यूजीलैंड में जन्मे व स्कॉटिश माता-पिता की सन्तान प्रो. McGregor को बालपन में फ़िजी से प्रकाशित हिन्दी के एक व्याकरण की प्रति किसी ने दी थी, जिसने उनके जीवन का रुख हिन्दी की ओर मोड़ दिया। 1964 से 1997 तक में वे केम्ब्रिज विश्वविद्यालय में हिन्दी पढ़ाते रहे। सर्वप्रथम 1959-60 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हिन्दी की पढ़ाई करने वे भारत आए थे।

उनका पीएच.डी. शोध 1968 में पुस्तकाकार प्रकाशित हुआ था, जिसका शीर्षक था "The Language of Indrajit of Orchā - A Study of Early Braj Bhāsā Prose"। (ध्यातव्य है कि इंद्रजीत स्वयं ब्रज भाषा के ख्यात कवि थे और वे ही प्रसिद्ध कवि केशवदास के संरक्षक भी थे )।

यह हिन्दी का दुर्भाग्य है कि इस भाषा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित करवाने वाले एक विद्वान के निधन पर हिन्दी क्षेत्र में किसी ने एक शब्द तक 20 दिन में नहीं लिखा, यद्यपि भारत के एक अंग्रेजी समाचारपत्र में अंग्रेजी के पूर्व प्रोफेसर (दिल्ली वि. वि.) ने एक लेख अवश्य लिखा है। उस लेख को भी यहाँ अंत में पढ़ा जा सकता है ।

उनकी कुछ कृतियों की सूची यों है-

* 1) -The Oxford Hindi-English Dictionary / published 1993 — 2 editions

* 2) - Shorter Oxford English Dictionary by R.S. McGregor, Lesley Brown (Editor) / published 2002

* 3) - Outline of Hindi Grammar: With Exercises / published 1972 — 5 editions

* 4) - Exrcss Spoken Hindi Cassette

* 5) - Devotional Literature in South Asia /published 1992 — 2 editions

* 6) - The Language of Indrajit of Orch: A Study of Early Braj Bhāsā Prose (University of Cambridge Oriental Publication / published 1968 — 2 editions

* 7) - Exercises In Spoken Hindi by R.S. McGregor, A. S. Kalsi / published 1971

* 8) -The Round Dance Of Krishna, And Uddhav's Message by NandDas, R.S. McGregor / published 1974

Answered by srk223
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Answer:

मेक्ग्रेगॉर शीर्षस्थ भाषा विज्ञानी, व्याकरण के विद्वान, अनुवादक और हिन्‍दी साहित्य के इतिहासकार थे। आप एक सच्चे हिन्‍दी प्रेमी थे। मेक्ग्रेगॉर ने पश्चिमी को हिन्‍दी से परिचित करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।[1]

न्यूजीलैंड में जन्मे व स्कॉटिश माता-पिता की संतान प्रो. मेक्ग्रेगॉर को बचपन में फ़िजी से प्रकाशित हिन्दी के एक व्याकरण की पुस्तक किसी ने दी थी, जिसके फलस्वरूप उनका हिन्‍दी की ओर रुझान हो गया।

सर्वप्रथम 1959-60 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हिन्दी की पढ़ाई करने वे भारत आए। मेक्ग्रेगॉर ने 1959-60 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हिन्‍दी की शिक्षा ली और 1968 में ब्रजभाषा के कवि इंद्रजीत पर शोध कर डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।

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