Hindi, asked by avanthikaap2, 4 months ago

rules of playing football in hindi short answers​

Answers

Answered by naveenk300782
1

Answer:

खिलाडी और खेल उपकरण : इस खेल के प्रत्येक दल में ग्यारह खिलाड़ी होने चाहिए. इन ग्यारह खिलाडियों में एक गोल कीपर और बाक़ी आउट फील्ड खिलाड़ी होते हैं. इस खेल का मैदान आमतौर पर 120 यार्ड लम्बा और 75 यार्ड चौड़ा होता है. प्रत्येक गोल के सामने एक 6 यार्ड का बॉक्स खींचा हुआ होता है. मैंदान के दोनों तरफ को इस तरह से सजाया और संभाला जाना चाहिए कि मैदान एक आधा हिस्सा इसके दुसरे आधे हिस्से का मिरर इमेज लगे. इस खेल में इस्तेमाल होने वाले उपकरण मुख्यतः सिर्फ एक आला क़िस्म की फुटबॉल’ ही होती है. हालाँकि इसके अलावा खिलाड़ी घायल होने से बचने के लिए फुटबॉल बूट, पैडेड ग्लव्स, शिन पैड आदि पहनते हैं.

स्कोरिंग : इस खेल में पॉइंट स्कोर करने के लिए विरोधी दल के गोल पोस्ट में बॉल पंहुचाना होता है. ये गोल खेल के 90 मिनट के अन्दर ही करना होता है. इस समय के अन्दर दोनों दलों में अधिक गोल दागने वाले दल की जीत होती है. एक गोल पोस्ट की ऊंचाई 8 फीट और चौड़ाई 8 यार्ड की होती है.

खेल जीतने के नियम : किसी भी दल को जीतने के लिए अपने विरोधी दल से अधिक गोल करना होता है. खिलाड़ी अपने पैर से गेंद अपने साथी खिलाडियों को पास करते हुए विरोधी टीम के गोल तक पहुँचाते हैं.

मैदान में घास या तो कृत्रिम रूप से या प्राकृतिक रूप से उगाया हुआ होता है. मैदान को चतुर्भुजाकार रूप में चिन्हित किया होता है. साथ ही मध्य वृत्त के पास दो छः यार्ड का बॉक्स बनाया हुआ होता है.

प्रत्येक दल किसी मैच के लिए सात अतिरिक्त खिलाडियों का नाम दर्ज करा सकता है. खेल के दौरान किसी भी समय उन अतिरिक्त खिलाडियों को पहले से खेल रहे खिलाडियों की जगह पर उतारा जा सकता है. मैदान में खिलाडियों की कुल संख्या किसी भी समय 11 ही होती है.

प्रत्येक मैच में एक रेफरी और दो असिस्टेंट रेफ़री होते हैं. रेफरी खेल के दौरान समय निर्धारण, फ़ाउल, फ्री किक, पेनाल्टी आदि का संचालन करता है. किसी भी निर्णय से पूर्व आमतौर पर रेफ़री एक बार असिस्टेंट रेफरी से विमर्श कर लेता है. खेल के दौरान ऑफ साइड, थ्रो इन आदि का खयाल असिस्टेंट रेफरी करता है.

यदि 90 मिनट के बाद भी खेल को अधिक समय की आवश्यकता होती है तो इसमें अतिरिक्त 30 मिनट का समय जोड़ दिया जाता है. ये अतिरिक्त समय 15 मिनट करके दो भागों में बंटा हुआ होता है.

अतिरिक्त समय के बाद भी यदि खेल निर्णय तक नहीं पहुँच पाया तो ऐसी स्थिति में पेनाल्टी शूटआउट होता है. गोल पूरी होने के लिए संपूर्ण गेंद का गोल लाइन क्रॉस करना अतिअनिवार्य है.

फ़ाउल के दौरान ग़लती किये हुए खिलाडी को रेफ़री उसकी गलती के अनुसार लाल या पीला कार्ड दिखा कर उसे मैदान से बाहर कर सकता है. पीला कार्ड एक तरह की चेतावनी होती है और लाल कार्ड से खिलाडी मैदान से बाहर हो जाता है.

Explanation:

please followup me and mark me as brainliest it takes a lot of time to o type the answer

please

Answered by srigayatri20128
1

Answer:

इस खेल में किसी भी दल का उद्देश्य नब्बे मिनट के खेल के दौरान अधिक से अधिक गोल करने का होता है. प्रत्येक दल में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं. 90 मिनट के खेल के दौरान 45 मिनट पर एक ब्रेक होता है, जिसे हाफ टाइम कहते हैं. ये हाफ टाइम 15 मिनट का होता है. इसके बाद का 45 मिनट का समय लगातार चलता रहता है. इस दौरान यदि कोई खिलाडी घायल हो जाता है, तो ‘इंजरी टाइम’ के तहत कुछ देर के लिए खेल स्थगित हो जाता है. इसके बाद पुनः खेल शुरू होता है.

फुटबॉल खेल का नियम (Football rules in hindi)

समय समय पर कई जगह पर विकसित होने की वजह से इसके कई नियम बन गये थे. हालाँकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसे हर जगह समय नियमों से खेला जाता रहा है. खेल लोकप्रिय हो जाने की वजह से इसके नियम इस तरह से बनाए गये कि हर देश के लोग इस खेल का आनद उठा सकें. नीचे एक एक करके नियमों की व्याख्या की जा रही है

खिलाडी और खेल उपकरण : इस खेल के प्रत्येक दल में ग्यारह खिलाड़ी होने चाहिए. इन ग्यारह खिलाडियों में एक गोल कीपर और बाक़ी आउट फील्ड खिलाड़ी होते हैं. इस खेल का मैदान आमतौर पर 120 यार्ड लम्बा और 75 यार्ड चौड़ा होता है. प्रत्येक गोल के सामने एक 6 यार्ड का बॉक्स खींचा हुआ होता है. मैंदान के दोनों तरफ को इस तरह से सजाया और संभाला जाना चाहिए कि मैदान एक आधा हिस्सा इसके दुसरे आधे हिस्से का मिरर इमेज लगे. इस खेल में इस्तेमाल होने वाले उपकरण मुख्यतः सिर्फ एक आला क़िस्म की फुटबॉल’ ही होती है. हालाँकि इसके अलावा खिलाड़ी घायल होने से बचने के लिए फुटबॉल बूट, पैडेड ग्लव्स, शिन पैड आदि पहनते हैं.

स्कोरिंग : इस खेल में पॉइंट स्कोर करने के लिए विरोधी दल के गोल पोस्ट में बॉल पंहुचाना होता है. ये गोल खेल के 90 मिनट के अन्दर ही करना होता है. इस समय के अन्दर दोनों दलों में अधिक गोल दागने वाले दल की जीत होती है. एक गोल पोस्ट की ऊंचाई 8 फीट और चौड़ाई 8 यार्ड की होती है.

खेल जीतने के नियम : किसी भी दल को जीतने के लिए अपने विरोधी दल से अधिक गोल करना होता है. खिलाड़ी अपने पैर से गेंद अपने साथी खिलाडियों को पास करते हुए विरोधी टीम के गोल तक पहुँचाते हैं.

मैदान में घास या तो कृत्रिम रूप से या प्राकृतिक रूप से उगाया हुआ होता है. मैदान को चतुर्भुजाकार रूप में चिन्हित किया होता है. साथ ही मध्य वृत्त के पास दो छः यार्ड का बॉक्स बनाया हुआ होता है.

प्रत्येक दल किसी मैच के लिए सात अतिरिक्त खिलाडियों का नाम दर्ज करा सकता है. खेल के दौरान किसी भी समय उन अतिरिक्त खिलाडियों को पहले से खेल रहे खिलाडियों की जगह पर उतारा जा सकता है. मैदान में खिलाडियों की कुल संख्या किसी भी समय 11 ही होती है.

प्रत्येक मैच में एक रेफरी और दो असिस्टेंट रेफ़री होते हैं. रेफरी खेल के दौरान समय निर्धारण, फ़ाउल, फ्री किक, पेनाल्टी आदि का संचालन करता है. किसी भी निर्णय से पूर्व आमतौर पर रेफ़री एक बार असिस्टेंट रेफरी से विमर्श कर लेता है. खेल के दौरान ऑफ साइड, थ्रो इन आदि का खयाल असिस्टेंट रेफरी करता है.

यदि 90 मिनट के बाद भी खेल को अधिक समय की आवश्यकता होती है तो इसमें अतिरिक्त 30 मिनट का समय जोड़ दिया जाता है. ये अतिरिक्त समय 15 मिनट करके दो भागों में बंटा हुआ होता है.

अतिरिक्त समय के बाद भी यदि खेल निर्णय तक नहीं पहुँच पाया तो ऐसी स्थिति में पेनाल्टी शूटआउट होता है. गोल पूरी होने के लिए संपूर्ण गेंद का गोल लाइन क्रॉस करना अतिअनिवार्य है.

फ़ाउल के दौरान ग़लती किये हुए खिलाडी को रेफ़री उसकी गलती के अनुसार लाल या पीला कार्ड दिखा कर उसे मैदान से बाहर कर सकता है. पीला कार्ड एक तरह की चेतावनी होती है और लाल कार्ड से खिलाडी मैदान से बाहर हो जाता है.

Explanation:

Similar questions