Hindi, asked by rajasikharkar, 17 days ago

S.No.

कक्षा:
समय:
कुल अंक : 80
(06)
सराव परीक्षा
SYJC A
12
(Test Examination)
वी
HINDI
विषय : हिन्दी
3 घंटे
माध्यम: हिन्दी
(विभाग 1 : गद्य
(20 अंक))
कृती 1. अ) निम्नलिखित गद्यांश पदकर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए ।
सुनो सुगंधा ! तुम्हारा पत्र पाकर खुशी हुई । तुमने दोतरफा अधिकार की बात उठाई है, वह पसंद आई।
बेशक, जहाँ जिस बात से तुम्हारी असहमति हो; वहाँ तुम्हें अपनी बात मुझे समझाने का पूरा अधिकार है । मुझे
खुशी ही होगी तुम्हारे इस अधिकार प्रयोग पर | इससे राह खुलेगी और खुलती ही जाएगी । जहाँ कहीं कुछ
रुकती दिखाई देगी; वहाँ भी परस्पर आदान-प्रदान से राह निकाल ली जाएगी । अपनी-अपनी बात कहने-
सुनने में बंधन या संकोच कैसा?
मैंने तो अधिकार की बात यों पूछी थी कि मैं उस बेटी की माँ हूँ जो जीवन में ऊँचा उठने के लिए बड़े ऊँचे
सपने देखा करती है; आकाश में अपने छोटे-छोटे डैनों को चौड़े फैलाकर |
धरती से बहुत ऊँचाई में फैले इन डैनों को यथार्थ से दूर समझकर भी मैं काटना नहीं चाहती । केवल
उनकी डोर मजबूत करना चाहती हूँ कि अपनी किसी ऊँची उड़ान में वे लड़खड़ा न जाएँ । इसलिए कहना चाहती
हूँ कि 'उड़ो बेटी, उड़ो, पर धरती पर निगाह रखकर ।' कहीं ऐसा न हो कि धूरती से जुड़ी डोर कट जाए और
किसी अनजाने-अवांछित स्थल पर गिरकर डैने क्षत-विक्षत हो जाएँ। ऐसा नहीं होगा क्योंकि तुम एक समझदार
लड़की हो । फिर भी सावधानी तो अपेक्षित है ही।
यह सावधानी का ही संकेत है कि निगाह धरती पर रखकर उड़ान भरी जाए। उस धरती पर जो तुम्हारा
आधार है - उसमें तुम्हारे परिवेश का, तुम्हारे संस्कार का, तुम्हारी सांस्कृतिक परंपरा का, तुम्हारी सामर्थ्य का भी
आधार जुड़ा होना चाहिए। हमें पुरानी-जर्जर रूढ़ियों को तोड़ना है, अच्छी परंपराओं को नहीं ।
परंपरा और रूढ़ि का अर्थ समझती हो न तुम ? नहीं ! तो इस अंतर को समझने के लिए अपने
आधार से संबंधित साहित्य अपने कॉलेज पुस्तकालय से खोजकर लाना, उसे जरूर पढ़ना । यह
आधार एक भारतीय लड़की के नाते तुम्हारे व्यक्तित्व का अटूट हिस्सा है, इसलिए।
बदले वक्त के साथ बदलते समय के नये मूल्यों को भी पहचानकर हमें अपनाना है पर यहाँ पहचान'
शब्द को रेखांकित करो | बिना समझे, बिना पहचाने कुछ भी नया अपनाने से लाभ के बजाय हानि उठानी पड़
सकती है।
पश्चिमी दुनिया का हर मूल्य हमारे लिए नये मूल्य का पर्याय नहीं हो सकता | हमारे बहुत-से पुराने मूल्य
अब इतने टूट-फूट गए हैं कि उन्हें भी जैसे-तैसे जोड़कर खड़ा करने का मतलब होगा, अपने आधार को कमजोर
करना | या यूँ भी कह सकते हैं कि अपनी अच्छी परंपराओं को रूढ़ि में ढालना ।
1) संजाल पूर्ण कीजिए ।
(02)
अपने सपनों को पूरा करते समय धरती
के साथ ये आधार भी जुड़े होने चाहिए।
सांस्कृतिक
(01)
2) कारण लिखिए।
सुगंधा का पत्र पाकर लेखिका को खुशी हुई; कारण
3) गद्यांश में प्रयुक्त शब्दयुग्म →
(01)
4) पश्चिमी सभ्यता का अंधानुकरण समाज के लिए हानिप्रद' इस विषय पर 40 से 50
शब्दों में अपने विचार लिखिए ।
(02)
आ) निम्नलिखित गद्यांश पढकर सूचना के अनुसार कृतियाँ पूर्ण कीजिए ।
(06)
प्रभात का समय था, आसमान से बरसती हुई प्रकाश की किरणें संसार पर नवीन जीवन की वर्षा कर
थीं। बारह घंटों के लगातार संग्राम के बाद प्रकाश ने अँधेरे पर विजय पाई थी । इस खुशी में फूल झूम रहे
पक्षी मीठे गीत गा रहे थे, पेड़ों की शाखाएँ खेलती थीं और पत्ते तालियाँ बजाते थे। चारों तरफ खुशियाँ झूमती​

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Answered by anilkiran7930
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