सुबह की सैर के संबंधित विषय पर दो मित्रों के बीच हुए संवाद को लगभग 50 -60 शब्दों में लिखें in hindi
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tum walk time kia kia karte ho vo likho
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यह बात हम सभी जानते हैं कि शरीर को स्वस्थ और मन को खुश रखने के लिए व्यायाम बेहद ही ज़रूरी है। पर कड़ा व्यायाम करना थोड़ा मुश्किल होता है। यहाँ तक कि अगर कुछ व्यायामों को ग़लत तरीके से किया जाए तो उससे हमारे शरीर पर विपरीत असर भी पड़ सकता है।
लेकिन एक व्यायाम ऐसा है जिसे आप बड़ी सरलता से कर सकते हैं। रोज सुबह सैर करना बेहद सरल और उपयोगी व्यायाम है। प्रातः काल की चहलकदमी का आनंद ही कुछ और है।
रोजाना चलने के कई गुण और लाभ हैं। और यदि आपने व्यायाम नियमित रूप से शुरू नहीं किया है तो यह सचमुच एक बेहतरीन शुरूआत है।
रोजाना चलने से शरीर में सारा दिन चुस्ती बनी रहती है। चलने से शरीर के प्रत्येक अंग की कसरत होती है, स्वास्थ्य अच्छा रहता है और चेहरे पर तेज बना रहता है।
सैर करने के फायदे:-
चलते समय आपको अन्य व्यायाम की तुलना में अधिक प्रयास की ज़रूरत नहीं होती है। चलना बेहद ही आसान है। यह एक ऐसी गतिविधि है जो कोई भी कर सकता है।
रोजाना चलने से शरीर की हड्डियां मजबूत होती है।
इससे अतिरिक्त वजन कम करने में भी मदद मिलती है। (और पढ़ें - वजन कम करने के लिए योगासन)
इससे तनाव कम होता है और आप फ्रेश भी महसूस करते हैं।
कई तरह की बीमारियों जैसे कैंसर, डाइयबिटीस होने का खतरा कम हो जाता है।
इसमें किसी तरह का जोखिम भी नहीं है। इसमें आपको किसी तरह की चोट नहीं लगती है।
मांसपेशी मजबूत होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
गर्भकाल के दौरान चलना टहलना सबसे अच्छा व्यायाम माना जाता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को सुबह शाम टहलना चाहिए।रक्त का संचार सही तरह से होता है जिससे रक्तचाप नियंत्रण में सहायता मिलती है, जो आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है।
सैर से अवसाद का खतरा भी कम हो जाता है जिससे आप सकारात्मक महसूस करते हैं।
अन्य व्यायाम की तुलना में चलने में सबसे ज्यादा आनंद आता है। चलते वक्त आप संगीत भी सुन सकते हैं। और यदि आप अपने जीवन साथी या फिर मित्र को भी अपने साथ चलने के लिए बुला लें तो आप कि मॉर्निंग वॉक और भी आनंदनीय हो जाती है
टहलने का समय :-
गर्मियों में लगभग सुबह 4-5 बजे और सर्दियों में 6 बजे का समय भ्रमण के लिए उपयुक्त है। प्रातःकाल की सैर का महत्व ही कुछ और है। सुबह का वातावरण चारों और से शांत होता है और इसमें चलने का अलग ही मज़ा आता है। हमें जल्दी उठने में शुरू में थोड़ी मुश्किल ज़रूर होती है। पर फिर धीरे धीरे हम इसके आदि हो जाते हैं और हमें आनंद आने लगता है।
इसके अलावा शाम की सैर से भी आप अपने शरीर को स्वस्थ और फिट रख सकते है। शाम में 30 मिनट से एक घंटे के लिए सैर करना आपकी ऊर्जा का स्तर बढ़ा देता है। आजकल प्रदूषण की समस्या बढ़ जाने के कारण दिल्ली जैसी कई जगहों पर सुबह की बजाए शाम को सैर करने की सलाह दी जा रही है, खासतौर से सर्दियों के मौसम में जब प्रदूषण का स्तर सुबह के समय बहुत अधिक पाया गया है।
दिन में कम से कम आधा घंटा चलने का लक्ष्य बनाएं। लेकिन आप दैनिक रूप में जितना चलते हैं, उसके अलावा आपको आधा घंटा चलना ज़रूरी है। यदि आपको लगातार 30 मिनट चलना मुश्किल लग रहा है, तो आप 10-10 मिनट का अंतराल लेते हुए चलें। चलने को अपने हर दिन का हिस्सा बना लें जैसे कि ब्रश करना और नहाना आपके जीवन शैली का हिस्सा है।
और अगर इसके बावजूद भी आपको लगे कि आधा घंटा ज्यादा है, तो आप 15 मिनट से शुरूआत कर सकते हैं। अपनी क्षमता से कम मेहनत करते हुए चलने से कोई नुकसान नहीं है। लेकिन तकलीफ उठाते हुए ज़बरदस्ती चलने से परेशानी हो सकती है और यह निराशाजनक हो सकता है।
सैर पर जाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें:-
भ्रमण पर जाने से पहले शौच जाना ज़रूरी है।
ऋतु के अनुसार चुस्त कपड़े पहननें चाहिए।
पैदल चलने के लाभ उठाने के लिए हरा भरा क्षेत्र अच्छा होता है। अगर आप शहर में रहते हों तो आपको आस पास ऐसे बगीचे भी मिल जाएँगे जहाँ जाकर आप सैर कर सकते हैं। बाग और हरी हरी घास में नंगे पाव चलना भ्रमण का महत्व बढ़ा देता है।
यदि आपको पहले से दिल से संबंधित कोई बीमारी है, जिससे चलने में तकलीफ़ हो रही हों जैसे की साँस का फूलना, सीने में दर्द या किसी भी तरह की अन्य समस्या आ रही हो तो तुरंत अपने चिकित्सक की सलाह लें।
सुबह जल्दी उठकर सैर करने के फायदे आपकी समझ में आ ही गए होंगे। ये सब रोगों की एक दवा है, सुबह जल्दी उठने की कोशिश कीजिए और निकल जाइये सैर पर फिर देखिये सारा दिन आपका है और हमेशा आपके चेहरे पे रौनक और मुस्कान बनी रहेगी। अन्य व्यायाम की तुलना में आपको इसमें खर्च करने की ज्यादा ज़रूरत नही होती, ना ही इसके लिए आपको महँगेसाधन खरीदने पड़ेंगे।
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