Hindi, asked by abjinmkvOn, 1 month ago

)सुभाष बाबू के जुलूस में स्त्री समाज की क्या भूमिका थी?

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Answered by smileall
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सुभाष बाबू के जुलूस में स्त्री समाज की महत्वपूर्ण भुमिका रही थी। ... मोनुमेंट पर भी स्त्रियों ने निडर होकर झंडा फहराया, अपनी गिरफ्तारियाँ करवाई तथा उनपर लाठियाँ बरसाई। इनसब के बाद भी स्त्रियाँ लाल बाज़ार तक आगे बढ़ती गईं।

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Answered by shivamsahoo1117
2

Answer: here is ur answer

Explanation:सुभाष बाबू के जुलूस में स्त्री समाज की महत्वपूर्ण भुमिका रही थी। भारी पुलिस व्यवस्था के बाद भी जगह-जगह स्त्री जुलूस के लिए टोलियाँ बन गई थीं। मोनुमेंट पर भी स्त्रियों ने निडर होकर झंडा फहराया, अपनी गिरफ्तारियाँ करवाई तथा उनपर लाठियाँ बरसाई। इनसब के बाद भी स्त्रियाँ लाल बाज़ार तक आगे बढ़ती गईं।

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