सुभाषित का महत्त्व दस वाक्यों में लिखिए संस्कृत/हिंदी में
Answers
सुभाषित के महत्त्व के वाक्य संस्कृत/हिंदी में इस प्रकार होगा...
सत्यमेव जयते।
➲ सत्य की ही जीत होती है।
अहिंसा परमो धर्म।
➲ अहिंसा की सबसे बड़ा धर्म है।
विद्या विनयं ददाति।
➲ विद्या विनम्रता प्रदान करती है।
उद्यमेन हि सिद्धयन्ति कार्याणि मनोरथैः।
➲ केवल सोचने से कार्य नही होते बल्कि कर्म करने से कार्य होते हैं।
माता पिता चेति स्वभावात् हितम्।
➲ माता पिता अपनी संतान का हित ही सोचते हैं।
सत्यं ब्रूयात् प्रियं ब्रूयात ब्रूयान्नब्रूयात् सत्यंप्रियम्।
➲ वो सत्य कहो जो सभी को प्रिय लगता हो, ऐसा सत्य मत कहो, जिससे किसी की हानि होती हो।
वसुधैव कुटुम्बकम्।
➲ सारा संसार ही एक परिवार है।
जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।
➲ माता और मातृभूमि का महत्व स्वर्ग से बढ़कर है।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
एक सुभाषिता संस्कृत एपिग्रामेटिक कविताओं की एक साहित्यिक शैली है
Explanation:
सुभाषित का शाब्दिक अर्थ है अच्छी तरह से बोली जाने वाली। संस्कृत में सु का अर्थ है अच्छा; और भाषिता का अर्थ है बोली जाने वाली।
सुभाषितों को उनकी अंतर्निहित नैतिक और नैतिक सलाह, सांसारिक ज्ञान में निर्देश और नेक कर्म करने में मार्गदर्शन के लिए जाना जाता है। सुभाषित एक अपील पैदा करते हैं क्योंकि अंतर्निहित संदेश कविताओं के माध्यम से व्यक्त किया जाता है जो व्यावहारिक उदाहरणों को उद्धृत करते हैं जो अक्सर प्रकृति में लयबद्ध होते हैं।
इन कविताओं में निहित संदेश सूत्र, कहावत, सलाह, तथ्य, सत्य, पाठ या पहेली का है।