सुभाषितानि
1. नाभिषेको न संस्कारः सिंहस्य क्रियते मृगैः
विक्रमार्जितराज्यस्य स्वयमेव मृगेन्द्रता ॥1॥
Answers
Answered by
5
Explanation:
वह इन्सान जो अपने कर्म गुनों से जाना पहचाना जाता हैं उसे किसी के द्वारा सम्माननीय बनाने की जरूरत नहिं होती ॥
HOPE IT HELPS ❤️❤️
Similar questions
Math,
4 months ago
Math,
4 months ago
Computer Science,
4 months ago
Math,
9 months ago
English,
1 year ago