Hindi, asked by abhinav691175, 1 month ago

सुभद्रा कुमारी चौहान की रचना झांसी की रानी के कोई चार पद्यांश??


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Answers

Answered by mahima30121995
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Answer:

सिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,

बूढ़े भारत में भी आई फिर से नयी जवानी थी,

गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थी,

दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी।

Answered by ItsLovelyNishu
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Answer:

इनकी गाथा छोड़, चले हम झाँसी के मैदानों में,

जहाँ खड़ी है लक्ष्मीबाई मर्द बनी मर्दानों में,

लेफ्टिनेंट वाकर आ पहुँचा, आगे बड़ा जवानों में,

रानी ने तलवार खींच ली, हुया द्वन्द्ध असमानों में।

ज़ख्मी होकर वाकर भागा, उसे अजब हैरानी थी,

बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,

खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।

Explanation:

MY MOST FAVOURITE LINES IN THIS POEM... I HAD ALSO READ THIS POEM IN SIXTH CLASS... I STILL REMEMBER THOSE DAYS... NOW I AM IN 8TH... I HOPE IT WILL HELP YOU... HAVE A BEAUTIFUL DAY AHEAD...

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