सूचना :कविताश पढ़कर नीचेदिए प्रश्रों के उत्तर किखें |
सुख-दुख के मधुर मिलन से
यह जीवन हो परिपूरन;
फिर घन में ओझल हो शशि
फिर शशि से ओझल हो घन!
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question answer kha hai
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NICE POEM
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PLEASE FOLLOW ME
MARK AS BRAINLLIST ANSWER
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