सिग्नल पार करते समय तुम क्या सावधानी बरतते हो लिखौ
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सड़क पर पैदल चलते समय हमेशा बाएं चलें। सड़क पार करने से पहले बाएं-दाएं देखें कि कोई वाहन तो नहीं आ रहा, फिर पार करें। वाहन चलाते समय भी हमेशा बाएं चलें और आगे चल रहे वाहन को दाईं ओर से ही ओवरटेक करें। वाहन चलाते वक्त मोबाइल पर कतई बात नहीं करें। पहले हेलमेट पहनें और फिर दुपहिया की सीट पर बैठें। ड्राइविंग सीट पर हमेशा सीट बैल्ट लगाकर ही बैठें। सड़क पर पैदल चलने और वाहन चलाने के ऐसे ही कुछ नियम कायदे बुधवार को सड़क सुरक्षा जागरूकता सप्ताह के शुरू होने पर नेहरू पार्क में हुई सभा में परिवहन विभाग व यातायात पुलिस के अधिकारियों ने ब'चों को बताए।
इससे पहले बुधवार सुबह 11 बजे गांधी चौक में शहर की कई स्कूलों के करीब एक हजार से 'यादा ब'चे एकत्र हुए। ये ब'चे यातायात नियमों, सुरक्षित जीवन आदि संबंधी स्लोगन लिखी तख्तियां लिए हुए थे। यातायात पुलिस की ओर से यातायात नियमों संबंधी बैनर व पोस्टर भी गांधी चौक में लगाए गए थे। कलेक्टर जोगाराम, डीटीओ मथुराप्रसाद मीणा, एएसपी ओमप्रकाश कटारिया ने 22 जनवरी तक चलने वाले सड़क सुरक्षा जागरूकता सप्ताह की शुरुआत करते हुए ब'चों की रैली को हरी झंडी दिखाई। रैली गांधी चौक से शाहों का कुआं, शाह मार्केट, एक नंबर रोड, जिला परिषद सर्किल होते हुए नेहरू पार्क पहुंची।
परिवहन कार्यालय के लेखाधिकारी सुमेर सिंह ने ब'चों को सड़क पर चलने के नियम कायदे बताए। उन्होंने ब'चों को आगाह किया कि स्कूल बसों या अन्य वाहन में चढऩे के बाद लगे कि चालक नशे में है तो तुरंत वाहन से नीचे उतर जाएं। इसकी शिकायत भी मौके पर खड़े यातायात पुलिस के सिपाही ((यदि मौके पर कोई हो)) या नजदीकी थाने में करें। ऐसा करके वे अपनी जिंदगी तो सुरक्षित करेंगे ही औरों का जीवन भी बचाएंगे। यातायात निरीक्षक हजारी लाल ने ब'चों से कहा कि वे जब भी घर से निकलकर सड़क पर आएं तो सिर्फ इतना ध्यान रखें कि सुरक्षित वापस लौटना है। और यह तभी संभव है जब यातायात नियमों की जानकारी हो तथा उनकी पालना की जाए। इसमें ब'चे अहम् भूमिका निभा सकते हैं।
सप्ताह के दौरान ये
होंगे काम
सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान संबंधित विभागों द्वारा विभिन्न काम किए जाएंगे। इस संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में हाल ही हुई बैठक में कलेक्टर जोगाराम ने विभागीय अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार कर कार्यों का निष्पादन करने के निर्देश दिए थे।
इनमें पीडब्लूडी द्वारा मुख्य सड़कों पर आने वाले कस्बों के शहरों के नाम व संकेतक बोर्ड लगाए जाएंगे।दुर्घटना संभावित स्थानों का पुनर्निरीक्षण कर तकनीकी खामियां दूर करने व बोर्ड पर दुर्घटनाओं का ब्यौरा लिखने, नियमानुसार स्पीड ब्रेकर व जेब्रा लाइन लगाने के काम भी होंगे।इसी तरह से नगर पालिकाएं / नगर परिषद सड़कों से अतिक्रमण हटाएगी, चिकित्सा विभाग द्वारा झुंझुनूं, नवलगढ़ व खेतड़ी आगार में रोडवेज चालकों नेत्र जांच, रोडवेज द्वारा दुर्घटना में घायल लोगों के उपचार की व्यवस्था, रसद विभाग द्वारा घरेलू गैस सिलेंडरों से संचालित वाहनों की जांच, यातायात पुलिस प्रमुख व प्राथमिक सड़कों पर पार्किंग पर प्रतिबंध, हेलमेट की बाध्यता, बाल वाहिनियों की चैकिंग व नियम विरुद्ध संचालन पर संस्थाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। परिवहन विभाग द्वारा भी स्कूल बसों की चैकिंग, भार वाहनों में ओवरलोडिंग व यात्री वाहनों में ओवरक्राउडिंग के खिलाफ विशेष अभियान व प्रभावी रोकथाम, सड़क सुरक्षा जागरूकता के बैनर लगाने व पैम्फलेट का वितरण, धीमी गति के वाहनों पर एक हजार रिफ्लेक्टर लगाना आदि काम होंगे।
इसी प्रकार से शिक्षा विभाग की ओर से स्कूली ब'चों की जागरूकता रैली, स्कूलों में वाद-विवाद प्रतियोगिताएं व सेमिनार, प्रश्नोत्तरी, नारा लेखन व निबंध लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन, गांधीगिरी अपनाते हुए मुख्य सर्किलों पर सड़क यातायात नियमों की पालना व जागरूकता अभियान चलाना आदि कार्य होंगे।
इधर, सड़क सुरक्षा जागरूकता सप्ताह में बुधवार को पहले दिन 110 वाहनों पर कार्रवाई की गई। यातायात इंचार्ज हजारीलाल ने बताया कि जांच अभियान में ओवरलोड व कागजात की कमी मिलने पर 10 वाहन जब्त किए गए। यातायात नियमों की अवहेलना पर एक सौ वाहनों का चालान किया गया। इस कार्रवाई में 21 हजार तीन सौ रुपए जुर्माना वसूला गया।शराब पीकर वाहन चलाने पर बिसाऊ के मुकेश पुत्र कुंभाराम तथा बगड़ के राजेश पुत्र रामसिंह को 185 एमवी एक्ट में गिरफ्तार कर लिया।