सागर ने रस्ता छोड़ा, परबत ने सीस झुकाया'- साहिर ने ऐसा क्यों कहा है? लिखो।
Class 6 NCERT Hindi Chapter ‘साथी हाथ बढ़ाना’
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साथी हाथ बढ़ाना साहिर लुधियानवी द्वारा लिखा एक उत्साहवर्धक गीत है। यह गीत मेहनतकश लोगों को संबोधित किया गया है।साहिर लुधियानवी कहते हैं कि व्यक्ति को मिलजुल कर काम करना चाहिए। एक व्यक्ति काम करने से थक सकता है किंतु यदि मिलजुल कर काम किया जाए तो काम जल्दी हो जाता है और वह कठिन से कठिन कार्य को भी सरलता से कर सकता है। मनुष्य अपने परिश्रम के बल पर अपना भाग्य बदल सकता है।
उत्तर :-
साहिर लुधियानवी के कहने का अर्थ यह है कि मेहनत करने वालों के सामने सागर और पर्वत भी झुकते हैं। जब कोई भी व्यक्ति दृढ़ निश्चय करके कदम बढ़ाता है तो उसकी सारी मुश्किलें आसान होती चली जाती है। यदि सभी मनुष्य मिलजुल कर काम करें तो भाग्य को अपने वश में कर सकते हैं। मिलजुल कर काम करने वाले लोगों के सामने सागर और पर्वत भी टिक नहीं पाते हैं। वे तो चट्टानों में भी रास्ते बनाने जैसे कठिन कार्य भी कर लेते हैं। उनके रास्ते की रुकावट अपने आप दूर हो जाया करती हैं। मेहनत करने वाला व्यक्ति सब कुछ अपने वश में कर सकता है। अतः हमें मिल जुलकर और मेहनत से काम करना चाहिए।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।
उत्तर :-
साहिर लुधियानवी के कहने का अर्थ यह है कि मेहनत करने वालों के सामने सागर और पर्वत भी झुकते हैं। जब कोई भी व्यक्ति दृढ़ निश्चय करके कदम बढ़ाता है तो उसकी सारी मुश्किलें आसान होती चली जाती है। यदि सभी मनुष्य मिलजुल कर काम करें तो भाग्य को अपने वश में कर सकते हैं। मिलजुल कर काम करने वाले लोगों के सामने सागर और पर्वत भी टिक नहीं पाते हैं। वे तो चट्टानों में भी रास्ते बनाने जैसे कठिन कार्य भी कर लेते हैं। उनके रास्ते की रुकावट अपने आप दूर हो जाया करती हैं। मेहनत करने वाला व्यक्ति सब कुछ अपने वश में कर सकता है। अतः हमें मिल जुलकर और मेहनत से काम करना चाहिए।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।
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Answer:
mehent kerne valo ki koi haar nahi hoti
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