संगठन में शक्ति है पल्लवन बनाई है
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संगठन में शक्ति पर निबंध
संगठन की शक्ति – “एकता का दुर्ग इतना सुरक्षित होता है कि इसके भीतर रहने वाले कभी भी दुःखी नहीं होते है ।” आप ने कभी अंगीठी में जलते हुए कोयले को देखा है ? सभी कोयले एक साथ मिलकर कितने तेजस्वी हो जाते है। पर आपने कभी सोचा है जो कोयला अंगीठी में इतना तेजस्वी है अगर उसमें से किसी एक कोयले को अंगीठी से बाहर निकाल कर रख दें तो उस कोयले का क्या हश्र होगा ? जी हां वह अकेला पड़ने पर राख हो जाएगा। इंसान के साथ भी कुछ ऐसा ही होता है । जब तक व्यक्ति समुदाय या संगठन में रहता है तभी तक उसका अस्तित्व है संगठन से बाहर होने पर व्यक्ति का पतन निश्चित है।संगठन से बड़ी कोई शक्ति नहीं होती है । “ संगठन की शक्ति से ही देश का विकास होता है ।”
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Explanation:
पल्लवन एक प्रकार का गद्य हो सकता है जिसमें किसी भी सामग्री को विशेष दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया जाता है। यह एक प्रेरक प्रचलन में अच्छी तरह से उल्लेख किया गया है। विषय वस्तु एक सहयोगी डिग्री मुहावरा, एक कहावत, एक संदेश, एक उपदेश, या एक वर्तमान घटना हो सकती है।
अभी तो सभी कहते हैं कि निगम में ताकत होती है, यानी चलने से न सिर्फ वह काम बनेगा, बल्कि कोई विरोधी भी बचकानी जोड़ी नहीं बनाएगा। यह बात शायद शर्मा मलेशिया मिलिटेंट ग्रुप के बेटों को नहीं पता थी। शर्मा मलेशिया मिलिटेंट ग्रुप के 3 बेटे थे। शर्मा मलेशिया मिलिटेंट ग्रुप की उम्र बढ़ती जा रही थी, उसने सोचा कि अब जैसे वह रहता है, उसकी संपत्ति को उसके तीन लड़कों में बांट दो ताकि मुझसे कोई झगड़ा न हो।
उसने 3 लड़कों के बीच थोक बांट दिया और अपने लिए एक घर तोड़ दिया कि जब तक वह जीवित रहेगा, वह उसमें सोएगा। लड़के संपत्ति के बंटवारे से खुश नहीं थे और सभी को लगा कि दूसरों को और मिल गया है। इस बात को लेकर उनके बीच मनमुटाव कुछ इस तरह हुआ कि यह बढ़ने पर अटूट है। 3 लड़कों के बीच भाषा बंद हो गई। विशाल घर के भीतर 3 दीवारें खड़ी थीं।
एक बार बंद रहने पर भी सब छूट गए। दुश्मन विश्व स्वास्थ्य संगठन उनसे ईर्ष्या करता था और इसका फायदा उठाता था। अगर किसी भाई से झगड़ा होता तो दूसरा कोई भाई बचाव में नहीं आता। शत्रु उन पर हावी होने लगे। शर्मा मलेशिया मिलिटेंट ग्रुप सबको देखकर कसम खाने का आदी है। देर-सबेर वह उन्हें भुगतने में असफल रहा, क्या उसने किसी तरह 3 लड़कों का फैसला किया और उन्हें समझाया कि एकता में शक्ति है, आप लोग एक-दूसरे से लड़ते हुए चौंकाते हैं।
इसका फायदा उठाकर आपके दुश्मन चौक जाते हैं। तुम रहोगी तो कोई तुम्हारे बाल खराब करने को तैयार नहीं है। एक बार शर्मा मलेशिया मिलिटेंट ग्रुप के बहुत समझाने पर लड़कों को एक बात समझ में आई और तीनों लड़कों ने एक दूसरे को गले लगा लिया। शिकायतें दूर हो गईं। फ़िलहाल क्या मज़ाक था दुश्मनों को, उनकी एकता देखकर शायद उनके ख़िलाफ़ कुछ भी कर लें।
इसलिए यह वही है जो संगठन के भीतर यानी एकता में शक्ति है।
#SPJ3