संघवाद से आप क्या समझते हैं
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‘संघवाद’ से तात्पर्य शासन की ऐसी प्रणाली से है, जहाँ शासन दो अथवा दो से अधिक स्तर पर बँटा होता है। इस तरह की शासन व्यवस्था को संघवाद कहते हैं।
व्याख्या :
संघवाद एक ऐसी संवैधानिक शासन व्यवस्था है, जिसमें शासन का स्तर दो या दो से अधिक भागों में बटा होता है। इस व्यवस्था के अंतर्गत एक संघीय सरकार होती है और अनेक राज्यों की सरकारें होती हैं। यह सभी व्यवस्था मिलकर एक संघ का निर्माण करती है।
केंद्रीय संघीय सरकार पूरे राष्ट्र के संचालन की सरकार होती है, जो केंद्रीय विषयों को देखती है। जबकि राज्य सरकारें राज्य से संबंधित शासन व्यवस्था का संचालन करती हैं।
इस व्यवस्था में केंद्र और राज्य के बीच शक्ति का बंटवाला होता है। कहीं पर केंद्र अधिक शक्तिशाली होता है और राज्य को अधिक अधिकार नही मिले होते हैं, तो कहीं पर केंद्र और राज्य को समान शक्ति एवं अधिकार प्राप्त होती है।