Hindi, asked by rohakharrisonh, 6 hours ago

साहित्य सागर पद्य भाग के 'साखी’ कविता का शब्दार्थ लिखिए ।

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Answered by arti260282
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प्रेम गली अति साँकरी, तामे दो न समाहि॥ कबीर के गुरु के प्रति दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए। उत्तर: ... कबीर कहते है जब गुरु और गोविंद (भगवान) दोनों एक साथ खडे हो तो गुरु के श्रीचरणों मे शीश झुकाना उत्तम है जिनके कृपा रुपी प्रसाद से गोविंद का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।उत्तर:

कबीरदास ने गुरु का स्थान ईश्वर से श्रेष्ठ माना है। कबीर कहते है जब गुरु और गोविंद (भगवान) दोनों एक साथ खडे हो तो गुरु के श्रीचरणों मे शीश झुकाना उत्तम है जिनके कृपा रुपी प्रसाद से गोविंद का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। गुरु ज्ञान प्रदान करते हैं, सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं, मोह-माया से मुक्त कराते हैं।

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