साहसी मनु य का जीवन ही स ा जीवन होता है | साहसी मनु य अपने उ े य क ओर बढ़ते रहते ह | वे दूसर क नकल नह करते | वा तव म साहसी लोग ही संसार क शि होते ह | साहसी लोग अपने माग पर अकेले ही बढते ह | जैसे शेर जंगल म अकेला रहता है | डरपोक लोग ही भेड़ क तरह झुंड बनाकर रहते ह | संकट झेलना ही जीवन का सार है | जो संकट से बचता है वह वा तिवक जीवन से कोस दूर रहता है | जीवन म संकट का सामना करना एक पूँजी है | जो इस पूँजी को िजस मा ा म लगता है उसी मा ा म वह फल पाता है | जीवन को अनंत मानकर आगे बढने वाला मनु य ही जीवन का रह य ा कर सकता है | जीवन का साधक थोड़े से सुख से संतु नह होता अिपतु वह िह मत से सबसे ऊंची फुनगी का फल तोड़कर खाना चाहता है | सागर के अंदर गोता लगाकर तल से मोती पाना चाहता है | उसके िलए दुल भ कुछ भी नह , वह जंगल म भी अपना माग बना लेता है | क. ग ांश का उिचत शीष क दीिजए | 2 ख. जीवन का वा तिवक सार या है ? 2 ग. साहसी ि म या - या िवशेषताएँ होती ह ?
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