Biology, asked by tuwtwutieyrodyktsk, 6 months ago

साइनोबैक्टीरिया का परिचय उदाहरण सहित दीजिए

Answers

Answered by Anonymous
8

\huge {\underline{\red {Answer}}}

नील हरित शैवाल (अंग्रेज़ी:ब्लू-ग्रीन ऐल्गी, सायनोबैक्टीरिया) एक जीवाणु फायलम होता है, जो प्रकाश संश्लेषण से ऊर्जा उत्पादन करते हैं। यहां जीवाणु के नीले रंग के कारण इसका नाम सायनो (यूनानी:κυανός {काएनोस} अर्थात नीला) से पड़ा है।

_____________________________

Answered by SweetCharm
4

 \huge \sf {\orange {\underline {\pink{\underline{उत्तर:-}}}}}

साइनोबैक्टीरिया (Cyanobacteria): साइनोबैक्टीरिया साधारणत: प्रकाश संश्लेषी (Photosynthetic) जीवधारी होते हैं। इन्हें पृथ्वी का सफलतम जीवधारियों का समूह माना जाता है। ... साइनोबैक्टीरिया को नील-हरित शैवाल (Blue green algae) के नाम से भी जाना जाता है। ये कवक से लेकर साइकस तक अनेक जीवधारियों के साथ सहजीवी के रूप में रहते हैं।

{\huge{\underline{\small{\mathbb{\pink{HOPE\:HELPS\:UH :)}}}}}}

\red{\tt{sωєєтcнαям♡~}}

Similar questions