संज्ञा के भेद पर उदाहरण प्रकाश डालिए
Answers
संज्ञा के भेद व उदाहरण ↓
- जातिवाचक संज्ञा : गाय, फल, फूल, पहाड़, नदी, इत्यादि।
- व्यक्तिवाचक संज्ञा : हिमालय, गंगा, पटना, श्रीराम, रावण ,विष्णु ,इत्यादि।
- भाववाचक संज्ञा : बुढ़ापा, सच्चाई, ईमानदारी, लंबाई, मिठास ,महत्ता ,चौड़ाई , इत्यादि।
- समूहवाचक संज्ञा : वर्ग, सेना, सभा, गुच्छा, इत्यादि।
- द्रव्यवाचक संज्ञा : दूध, सोना, चांदी, पानी, पीतल, इत्यादि।
संज्ञा :-
शब्दों में- किसी प्राणी, वस्तु, स्थान, गुण या भाव के नाम को संज्ञा कहते है।
प्राणियों के नाम- मोर, घोड़ा, अनिल, किरण, जवाहरलाल नेहरू आदि।
वस्तुओ के नाम- अनार, रेडियो, किताब, सन्दूक, आदि।
स्थानों के नाम- कुतुबमीनार, नगर, भारत, मेरठ आदि
भावों के नाम- वीरता, बुढ़ापा, मिठास आदि
संज्ञा के भेद :-
✯ व्यक्तिवाचक संज्ञा
✯ जातिवाचक संज्ञा
✯ भाववाचक संज्ञा
✯ समूहवाचक संज्ञा
✯ द्रव्यवाचक संज्ञा
व्यक्तिवाचक संज्ञा : जिस शब्द से किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु या स्थान के नाम का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे- ताज महल , दिल्ली , सुभाष चन्द्र बोष आदि ।
जातिवाचक संज्ञा : जिस शब्द से एक जाति के सभी प्राणियों अथवा वस्तुओं का बोध हो, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे- लड़का, पशु-पक्षयों, वस्तु, नदी, मनुष्य, पहाड़ आदि।
भाववाचक संज्ञा : जिन शब्दों से किसी प्राणी या पदार्थ के गुण, भाव, स्वभाव या अवस्था का बोध होता है, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं ।
जैसे- उत्साह, ईमानदारी, बचपन, आदि । इन उदाहरणों में 'उत्साह' से मन का भाव है। 'ईमानदारी' से गुण का बोध होता है। 'बचपन' जीवन की एक अवस्था या दशा को बताता है। अतः उत्साह, ईमानदारी, बचपन, आदि शब्द भाववाचक संज्ञाए हैं।
समूहवाचक संज्ञा : जिस संज्ञा शब्द से वस्तुअों के समूह या समुदाय का बोध हो, उसे समूहवाचक संज्ञा कहते है।
जैसे- व्यक्तियों का समूह- भीड़, जनता, सभा, कक्षा; वस्तुओं का समूह- गुच्छा, कुंज, मण्डल, घौद।
द्रव्यवाचक संज्ञा : जिस संज्ञा से नाप-तौलवाली वस्तु का बोध हो, उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते है।
दूसरे शब्दों में- जिन संज्ञा शब्दों से किसी धातु, द्रव या पदार्थ का बोध हो, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहते है।
जैसे- ताम्बा, पीतल, चावल, घी, तेल, सोना, लोहा आदि।