Accountancy, asked by roshangupta1439, 9 months ago

साझेदारी फर्म के समापन एवं साझेदारी के समापन में अंतर स्पष्ट कीजिए। (कोई 5​

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Answered by tekamupendra5
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Answered by Mithalesh1602398
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साझेदारी का विघटन और साझेदारी फर्म के विघटन में अंतर

1. व्यवसाय की समाप्ति व्यवसाय का समापन नहीं होता। फर्म का व्यवसाय बंद हो जाता है।

2. परिसंपत्तियों एवं दायित्वों की व्यवस्था ...

3. न्यायालय का हस्तक्षेप न्यायालय का हस्तक्षेप नहीं होता ...

4. आर्थिक संबंधों में परिवर्तन साझेदारों के मध्य आर्थिक संबंध ...

5. पुस्तकों का बंद होना

Explanation:

Step : 1 इसमें फर्म के समस्त साझेदारों के मध्य आपसी संबंध समाप्त हो जाते हैं। (2) साझेदारी के विघटन के पश्चात् व्यापार चालू रहता है। बंद नहीं होता। (2) फर्म के विघटन के पश्चात् व्यापार पूर्ण रूप से बंद हो जाता है।साझेदारी के समापन से क्या आशय हैं? एक फर्म के सभी साझेदारों के संबंधों में होने वाले किसी भी परिवर्तन को साझेदारी का समापन या विघटन कहा जाता हैं। इस प्रकार जब भी एक नए साझेदार का फर्म में आगमन (प्रवेश) होता है या एक वर्तमान साझेदार अवकाश ग्रहण करता है यह उसकी किसी कारण वश मृत्यु होती है तो फर्म का पुनर्गठन होता हैं।

Step : 2 एक फर्म के विघटन के बाद फर्म का व्यवसाय अनिवार्यतः समाप्त हो जाता है क्योंकि व्यवसाय समाप्त हुए बिना फर्म का विघटन नहीं हो सकता। भारतीय साझेदारी अधिनियम, 1932 की धारा 39 के अनुसार, “फर्म के समस्त साझेदारों के बीच साझेदारी समाप्त हो जाने को फर्म का विघटन कहते हैं।”

Step : 3  फर्म के समापन की विधियां

(i) किसी साझेदार का पागल या अस्वस्थ मस्तिष्क हो जाना। (ii) स्थायी रूप से अयोग्य हो जाने के कारण किसी साझेदार द्वारा अपने कर्तव्यों को पूरा नहीं कर पाना। (iii) किसी साझेदार को ऐसे दुराचरण का दोष हो जाने पर जिससे व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हो। (iv) किसी साझेदार द्वारा साझेदारी ठहराव भंग करने पर।

Step : 4 फर्म के उद्देश्य; इसे सीधे शब्दों में कहें, तो हम कह सकते हैं कि किसी भी व्यवसाय का लक्ष्य व्यवसाय के मालिकों को अधिकतम रिटर्न देना है। इसलिए वित्त का लक्ष्य रिटर्न को अधिकतम करने में व्यवसाय की मदद करना है।

Step : 5  कम से कम 2 सदस्य :- साझेदारी व्यवसाय में कम से कम 2 सदस्य होना चाहिए। एक व्यक्ति साझेदार नहीं कहलाता है। तथा अधिकतम सदस्य संख्या 20 से ज्यादा नहीं होना चाहिए। (2) वैद्य व्यवसाय :- साझेदारी अनुबंध किसी वैद्य व्यवसाय को चलाने के लिए किया गया हो।

Step : 6  फर्म  के  प्रकार

Sole Proprietorship ( एकल स्वामित्व ) ...

General Partnership ( सामान्य भागीदारी ) ...

Limited Liability Partnership ( सीमित देयता भागीदारी ) ...

Private Limited Company ( प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ) ...

Public Limited Company ( पब्लिक लिमिटेड कंपनी ) ...

One Person Company ( एक व्यक्ति कंपनी )

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