सिक्किम की समृद्ध वन संपदा को आकर्षक चित्र द्वारा प्रदर्शित करो तथा उनसे संबंधित वाक्य लिख
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Explanation:
श्री चामलिंग गुरूवार को बोटानिकल सर्वे आफ इंडिया द्वारा आयोजित जलवायु परिवर्तन का हिमालयी क्षेत्रों पर हो रहे असर संबंधी कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
शहर के नामनाग स्थित चिंतन भवन में आयोजित इस कार्यशला में उन्होंने कहा कि सिक्किम भौगोलिक संरचना के आधार पर भारत के कुल क्षेत्रफल में से सिक्किम के केवल 0.2 फीसदी है। लेकिन राष्ट्र में विद्यमान कुल जैव विविधता में से 26 फीसद जैव विविधता सिक्किम में पायी जाती है। यह प्राकृतिक महादान यहा के लिए समृद्धि का आधार है। जिसकी पहचान राज्य सरकार ने वैज्ञानिक तौर पर की है। इसी कारण यहा पर्यावरण संबंधी नियमों को पूरी शक्ति के साथ लागू किया गया है। भविष्य में और भी कार्यक्त्रमों व नियमों को लागू किया जाएगा।
Answer: सिक्किम भारत का एक पहाड़ी राज्य है। अंगूठे के आकर वाला ये राज्य अपनी हरी भरी वनस्पति, सुन्दर प्राकर्तिक घाटियों, सुन्दर प्राकर्तिक और जैव विविधता सिक्किम को एक पसंदिता स्थान बनाती है। अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया में प्रसिद्ध सिक्किम की राजधानी गंगटोक है। गंगटोक राजधानी होने के साथ साथ यहां का सबसे बड़ा शहर भी है।भारत का सबसे काम आबादी वाला राज्य होने के बावजूद, सिक्किम प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान है, यह देश के पूर्वोत्तर भाग में स्तिथ है दक्षिण से यह पश्चिम बंगाल से घिरा हुआ है, दक्षिण पूर्व में भूटान से, पश्चिम में नेपाल और चीन के तिब्बत स्वायत्त छेत्र में उत्तर पूर्वी हिस्से पर स्तिथ है। बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियो, फूलो के गुच्छो से लदे मैदान, चमकदार रंग बिरंगी संस्कृति और त्योहारों के बिच सैलानी यहाँ बहुत सुकून महसूस करते है। सिक्किम जो दुनियाभर में अपने प्राकर्तिक नजारो और सुन्दर दृश्यों के लिए मशहूर है, यहाँ की खूबसूरती को देखने के लिए लोग दूर दूर से आते है।
और मौसम और प्रकृति का आनंद लेते है। कंचनजंगा पर्वत, इस साफ़ सुथरे राज्य की शान है, जोकि दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा पर्वत है, जिससे गंगटोक से देखा जा सकता है। सिक्किम में गर्म पानी के अनेक झरने है जो बीमारियों को ठीक करने के लिए प्रसिद्ध है। इनमे फुरचाचू, युमथांग, बोराँग, रालंग, तरमचु, और युमी, सामंडोंग है।गंगटोक में देखने वाले जगहों में खाश ऐंची मठ, स्थायी पुष्प प्रदर्शनी जो वाइट मेमोरियल हॉल के पास वाइट हॉल में लगायी जाती हैं, डो ड्रल चार्टन स्तूप, हथकरघा और दश्तकारी केंद्र, नाम ग्याल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेबोटोलॉजी, सरमासा गार्डन, रामटेक धर्मचक्र केंद्र, जवाहर नेहरू वनस्पति उद्यान, ताशी व्यू पॉइंट आदि है।